*वेहतर कल के लिए हमें बच्चों के विकास के अवरोधों को मिटाना होगा
शिवपुरी। स्कूल खुल चुके है। जो बच्चे स्कूल में दाखिल नहीं है,उन्हें स्कूलों में दाखिल कराने के कार्यवाही शुरू हो चुकी है। अब हमें अपने आसपास के ऐसे बच्चों को चिन्हित करना है, जो स्कूलों में भर्ती तो है,किंतु स्कूल नहीं जाते। वे मजदूरी करते है,भीख मांगते है या कचरा- कबाड़ बीनने जैसे अशोभनीय कार्य करते है। उन बच्चों को हमें स्कूलों से जोड़ना होगा। यह बात चाइल्ड लाइन वोलेंटियर्स से बाल संरक्षण अधिकारी राघवेंद्र शर्मा ने कही। शनिवार को चाइल्डलाइन कार्यालय में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत चाइल्ड लाइन वोलेंटियर्स के साथ बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में अप्रवेशी, शाला त्यागी तथा अशोभनीय कार्यों में लिप्त बच्चों को चिन्हित कर उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने हेतु प्रेरित किया गया। उन्हें बाल श्रम, बाल विवाह जैसे गंभीर मुद्दों पर समाज के अन्य लोगों को भी जागरूक करने का सुझावदिया गया। चाइल्ड लाइन सिटी कॉर्डिनेटर सौरभ भार्गव ने मीटिंग में स्वयंसेवको को बताया कि कैसे बच्चों को नशे एवं बाल मजदूरी से किस तरह निकाला जा सकता है। इसमें स्वयं सेवकों की भूमिका किस तरह महत्वपूर्ण हो सकती है। सेंटर समन्वयक अरुण कुमार सेन द्वारा चाइल्ड लाइन 1098 की कार्यप्रणाली के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने स्वयंसेवक को किस प्रकार से अपने क्षेत्र में काम करना है, जरूरत पड़ने पर चाइल्ड लाइन को सूचित कर सहायता प्राप्त करना है। इस मीटिंग में चाइल्ड लाइन के सहयोगी के रूप बच्चों के लिए स्वेच्छा से काम करने वाले ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के चयनित स्वयंसेवको ने भाग लिया, जो अपने क्षेत्र में कठिन परिस्थितियों में रहने वाले बच्चों को चिन्हित कर उनकी सहायता करने का काम करते है। चाइल्ड वोलेंटियर्स के साथ आयोजित बैठक में परामर्शदात्री अवसार वानो, टीम सदस्य समीर खान , संगीता चव्हाण, मुस्कान शर्मा, मुकेश बघेल एवं अन्य मौजूद रहे।

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