महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक उठा-पटक के बीच शिवसेना विधायक नितिन देशमुख बुधवार को नागपुर अपने घर लौट आए। घर लौटने के बाद नितिन देशमुख ने आरोप लगाया कि उनका अपहरण किया गया था। घर वापस लौटे देशमुख ने पूरी घटना के बारे में खुलकर बात की है। देशमुख ने कहा कि वो रात को 12 बजे होटल से निकलने थे। इधर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने पार्टी के समक्ष कोई शर्तें नहीं रखी है। उन्होंने कहा, वह एक शिवसैनिक हैं और ऐसा लगता है कि वह शिवसेना में ही रहेंगे और जीवनभर पार्टी में ही रहेंगे।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, देशमुख ने पूरी घटना के बारे में बताते हुए कहा, 'मैं रात के करीब 12 बजे होटल से निकला और 3 बजे सड़क पर खड़ा था। मेरे पीछे करीब 100-200 पुलिसकर्मी थे। वे मुझे अस्पताल ले गए और ड्रामा किया कि मुझे अटैक आया है। देशमुख ने कहा कि वह उद्धव ठाकरे के साथ हैं। इधर विधायक नितिन देशमुख की पत्नी प्रांजलि ने अकोला पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कर कहा कि उन्होंने अपने पति से आखिरी बार 20 जून की शाम 7 बजे फोन पर बात की थी और तब से उनका फोन बंद है। उन्होंने उनकी जान को खतरा होने का अंदेशा जताया था। विधायक नितिन देशमुख महाराष्ट्र में बालापुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और उन विधायकों में से एक हैं जो शिंदे के साथ गुजरात के सूरत में हैं।
महाराष्ट्र में फिलहाल राजनीतिक उथल-पुछल चल रहा है। शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे, कई अन्य विधायकों के साथ मंगलवार को एकांतावास में चले गए और पार्टी के खिलाफ विद्रोह पैदा कर दिया। जिसके बाद राज्य की सत्ताधारी पार्टी शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में हड़कंप मच गया।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें