भोपाल। नित नए प्रयोग जीवन में नई उमंग लाते हैं। शायद इसी बात को बेहतर समझते हैं प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान। अब उन्होंने स्कूलों में जाकर क्लास लेने की बात कही हैं। मिस्टर सीएम शिवराज सिंह सप्ताह में दो दिन शिक्षक बन स्कूल में बच्चों को पढ़ाने जाया करेंगे। इसकी अनुमति स्कूल शिक्षा विभाग से लेने की बात भी उन्होंने कही। दरअसल सीएम शिवराज सिंह चौहान आज भोपाल के मिंटो हॉल में शिक्षकसम्मान समारोह में शामिल हुए। यहीं उन्होंने कहा- महीने में दो दिन स्कूल में पढ़ाने के लिए जाना चाहता हूं, इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग सेइजाजत मांगता हूं। लोगों और समाज को स्कूल से जोड़ना होगा, तभी सरकारी स्कूल और बेहतर करने की स्थिति में होंगे। सभी को आगे आना होगा। हर साल अब अच्छा करने वाले स्कूल टीचरको सम्मानित किया जाएगा। आप उन्हें ज्यादा कुछ न दें, लेकिन फूल माला, श्रीफल और शॉल भेंटकर हाथ जोड़कर उनका अभिनंदन करें।
क्वालिटी एजुकेशन देना शासन की प्राथमिकता है। राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे में जिन जिलों ने अच्छा प्रदर्शन किया है, वो आने वाले समय में और अच्छा प्रदर्शन करें। राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे 2021 में शिक्षकों की पूरी टीम ने चमत्कार करके दिखाया है। शिक्षकों ने बच्चों में समझ विकसित करने का एक अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है।देवास की शीला मरावी से संवाद करते हुए सीएम ने पूछा सर्वे के पहले आपकी क्या भूमिका थी? मरावी ने उन्हें बताया- शिक्षकों का चयन किया, प्रश्नों की सॉफ्ट कॉपी बनाईं। सीएम बोले कोरोना के दौरान नवंबर 2021 में स्कूल खोलने के निर्णय की खूब आलोचना हुई थी। लोगों ने कहा कि मुख्यमंत्री बच्चों को खतरे में डाल रहे हैं, लेकिन हमने फिर भी सभी परिस्थितियों को देखते हुए निर्णय लिया। हमें लगा कि बच्चों को स्कूल नहीं आने देना उनके भविष्य से खिलवाड़ होगा। हमने सबसे अलग निर्णय किया। इसी दौरान नेशनल सर्वे आया और हमने बेहतर किया। हमारे शिक्षकों से लेकर विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों और खासतौर पर बच्चों ने बड़ चढ़ का हिस्सा लिया। कोविड की विपरीत परिस्थितियों में डर के माहौल से आगे निकलकर स्कूल खोले जाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया। दीपावली की छुट्टी के समय भी विभागीय अधिकारियों और शिक्षकों ने अतिरिक्त अधिक परिश्रम किया।

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