उदयपुर। बीच बाजार में मंगलवार की दोपहर दर्जी कन्हैयालाल की गला काटकर हुई सनसनीखेज हत्या के बाद देश भर में इसी को लेकर चर्चाओं और आक्रोश का माहौल है। इधर बुधवार को दर्जी कन्हैयालाल का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा है। उनके घर के बाहर भीड़ लग गई है। इस दौरान 'कन्हैया अमर रहें' के नारे लगे। कन्हैयालाल का शव निकलने के दौरान उसकी पत्नी ओर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। कन्हैयालाल साहू की पत्नी ने कहा, 'आरोपियों को फांसी दो, आज उसने हमारे पति को मारा है, कल दूसरों को मारेंगे।'
राजस्थान में इंटरनेट बंद
राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर ने कहा कि UAPA के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले की आतंकी हमला मानकर जांच जारी है। ट्रांस बॉर्डर कनेक्शन की जांच की जाएगी। पूरे राजस्थान में धारा 144 लागू है और समूचे राजस्थान में इंटरनेट बंद किया गया है। कुछ जगह कर्फ्यू भी लगाया गया हैं।
प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि घटना के बाद उबल रहा हूं। दोषियों को ठोक देना चाहिए। आरोपियों को चार दिनों में फांसी पर लटकाना चाहिए।
ओवैसी ने की कड़ी निंदा
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उदयपुर की घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि राजस्थान सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। पुलिस ज्यादा सतर्क होती तो ऐसा नहीं होता। कट्टरता फैल रही है। नूपुर शर्मा को गिरफ्तार किया जाना चाहिए केवल निलंबन पर्याप्त नहीं था।
एनआईए करेगी जांच
गृह मंत्रालय ने कहा कि इस हत्याकांड में किसी भी संगठन की संलिप्तता और अंतरराष्ट्रीय लिंक की गहन जांच की जाएगी। एनआईए उदयपुर हत्याकांड की जांच करेगी। गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को हत्याकांड की जांच अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया है। इधर हत्या की जांच करने के लिए राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन किया। एसआईटी टीम उदयपुर पहुंच गई है।
उदयपुर हत्याकांड साधारण घटना नहीं: सीएम गहलोत
गृह मंत्रालय के अधिकारियों और पुलिस के साथ बैठक से पहले सीएम गहलोत ने मीडिया से बातचीत की। जिसमें उन्होंने उदयपुर हत्याकांड को लेकर कहा कि यह कोई साधारण घटना नहीं है। हम इस हत्याकांड की साजिश और इसके जुड़े लिंक को गंभीरता से जांच करवाएंगे। प्रांरभिक जांच में विदेश का हाथ होने की बात भी उन्होंने कही।
राहुल गांधी को 'धर्म' के बजाय 'मजहब' कहने की सलाह
राहुल गांधी ने उदयपुर हत्याकांड को लेकर कहा कि इस जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं। धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इस हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को तुरंत सख्त सजा मिले। इसे लेकर बिहार के बेगूसराय से सांसद और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी को 'धर्म' के बजाय 'मजहब' कहने की सलाह दी है।
देश में तालिबानी कल्चर नहीं आने देंगे: अजमेर दरगाह दीवान
अजमेर की ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह के दीवान का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि गरीब व्यक्ति पर क्रूर हमला इस्लाम में दंडनीय पाप है। भारतीय मुसलमान कभी भी तालिबानी मानसिकता को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अजमेर दरगाह के दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन अली खान ने उदयपुर की घटना को लेकर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारत के मुसलमान हमारी मातृभूमि में कभी भी तालिबानीकरण की मानसिकता को सामने नहीं आने देंगे । कोई भी धर्म मानवता के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा नहीं देता है। विशेष रूप से, इस्लाम धर्म में, सभी शिक्षाएं शांति के स्रोत के रूप में कार्य करती हैं। इंटरनेट पर सामने आए वीभत्स वीडियो में कुछ गैर-नैतिक दिमागों ने एक गरीब आदमी पर क्रूर हमला किया, जिसे इस्लामी दुनिया में दंडनीय पाप के रूप में स्वीकार किया जाता है। इस्लाम शांति के लिए खड़ा है और इस्लाम का सच्चा अनुयायी कभी भी इस अनैतिक सर्कस का हिस्सा नहीं होगा। कथित लोग कुछ कट्टरपंथी समूहों का हिस्सा थे जो हिंसा के रास्ते से ही समाधान ढूंढते हैं। मैं इस कृत्य को दृढ़ता से हतोत्साहित करता हूं और सरकार से उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का अनुरोध करता हूं। भारत के मुसलमान हमारी मातृभूमि में कभी भी तालिबानीकरण की मानसिकता को सामने नहीं आने देंगे। हम इन आतंकवादी दिमाग वाले लोगों के खिलाफ लड़ाई में सरकार के साथ खड़े हैं जो जानबूझकर हमारे देश में अशांति पैदा करना चाहते हैं।
सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने भी उदयपुर की घटना की कड़े शब्दों में की निंदा
ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के चेयरमैन व दरगाह दीवान के पुत्र सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने भी उदयपुर की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि हम हिदुस्तानी हैं। हिंदुस्तान में अमन और मोहब्बत के साथ रहते रहेंगे। इस तरह की तालिबानी सोच रखने वालों के जो इरादे हैं, उनमें हम उन्हें कामयाब नही होने देंगे । उन्होंने कहा कि यह वक्त धैर्य व शांति बनाए रखने का है, कानून अपना काम करेगा। नसीरुद्दीन ने कहा कि हम तमाम हिंदुस्तानियों की यह जिम्मेदारी बनती है कि इस तरह की तालिबानी सोच को हम हिंदुस्तान में पनपने ना दें। जिस तरह की यह तालिबानी हरकत की है इसकी वह कड़े शब्दों में निंदा करते हैं ।
दावत-ए-इस्लामी से जुड़े तार
मीडिया रिपोर्टस में दावा किया जा रहा है कि उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या करने वाले दोनों आरोपी मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद 'दावत-ए-इस्लामी' नाम के संगठन से जुड़े हुए हैं। हत्या के बाद दोनों आरोपी अजमेर दरगाह जियारत के लिए जाने वाले थे।
हो रहे खुलासे
उदयपुर में मंगलवार को दिनदहाड़े टेलर कन्हैयालाल की धारदार हथियारों से हुई हत्या के मामले में नए खुलासे हुए हैं। इस मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है। कन्हैयालाल ने जान से मारने की धमकियों के बाद सुरक्षा मांगी थी। इस पर पुलिस ने कहा था कि समझौता हो गया है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। इसके बाद भी कन्हैयालाल ने छह दिन दुकान बंद रखी और हाल ही में खोली थी। दरअसल विवाद कुछ दिन पुराना है। कन्हैयालाल के फोन पर भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा की डीपी लगी थी। इस पर उसे धमकियां मिल रही थी। 15 जून को कन्हैयालाल ने पुलिस को शिकायत की थी कि उसकी जान को खतरा है। पुलिस ने समझौता कराया, लेकिन उसके बाद भी कुछ लोग उसकी दुकान की रेकी कर रहे थे। उसे दुकान नहीं खोलने दे रहे थे। उसे आशंका थी कि दुकान खुलते ही वे लोग उसे मारने की कोशिश करेंगे। लगातार धमकियां मिल रही थी।
पुलिस से यह लगाई थी गुहार
कन्हैयालाल ने पुलिस में आवेदन दिया था कि
करीब छह दिन पहले मेरे बेटे से मोबाइल पर गेम खेलते हुए कुछ पोस्ट हो गया था। इसकी जानकारी मुझे नहीं थी। पोस्ट व डीपी लगाने के दो दिन बाद दो लोग मेरी दुकान पर आए। मोबाइल की मांग की। बोले- आपके मोबाइल से आपत्तिजनक पोस्ट डाली गई है। मैंने कहा कि मुझे मोबाइल चलाना नहीं आता है। मोबाइल से मेरा बच्चा गेम खेलता है। उसी से हो गया होगा। इसके बाद पोस्ट भी डिलीट कर दी गई थी। उन लोगों ने कहा कि आइंदा से ऐसा मत करना।
कन्हैयालाल के खिलाफ दर्ज हुई थी शिकायत
उन लोगों के जाने के बाद 11 जून को धानमंडी थाने से फोन आया कि आपके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है। आप थाने आ जाओ। कन्हैयालाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर उसी दिन समझौता करा दिया था। एएसआई भंवरलाल की अगुवाई में दोनों पक्षों में बातचीत कराई गई थी। इसके बाद भी जब धमकियां मिलती रहीं तो कन्हैयालाल ने पुलिस से सुरक्षा मांगी थी। इसे पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। कन्हैयालाल से कहा कि मामले का समझौता हो गया है। इस वजह से घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ नहीं होगा। इस पर भरोसा कर कन्हैयालाल ने दुकान खोली थी। लापरवाही को लेकर भंवरलाल को मंगलवार को सस्पेंड कर दिया गया है। एक अन्य पुलिसकर्मी की भूमिका की जांच चल रही है।
कन्हैया के परिवार ने लगाए पुलिस पर आरोप
कन्हैयालाल साहू के परिवार का आरोप है कि पुलिस समय रहते कार्रवाई करती तो हत्या नहीं होती। नुपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट के बाद से ही कन्हैयालाल को धमकियां मिल रही थीं। कन्हैयालाल को आशंका थी कि उसकी हत्या हो जाएगी।
हत्याकांड का पाक कनेक्शन सामने आया
उदयपुर हत्याकांड का पाक कनेक्शन सामने आया है। बताया जा रहा है कि कन्हैया का गला काटने वाले दोनों आरोपी पाकिस्तान के दावत-ए-इस्लामी संगठन से जुड़े हुए थे। यह संगठन 100 से ज्यादा देशों में सक्रिय है और इस्लाम के प्रचार-प्रसार के लिए कई तरह के ऑनलाइन कोर्स भी चला रहा है। इससे पहले भारत में इस इस्लामी संगठन पर धर्मांतरण के भी आरोप लग चुके हैं। ऐसी भी खबरें आई हैं कि इस संगठन द्वारा जगह-जगह पर दान पेटियां रखी जाती हैं। आरोप है इनके माध्यम से आने वाले धन को गलत गतिविधियों में इस्तेमाल किया जाता है। दोनों आरोपी इस संगठन से जुड़े थे यह कहा जा रहा है।
आतंकी हमले के लिए पूरी तरह राज्य सरकार ही जिम्मेदार: सांसद राज्यवर्धन सिंह
सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि राजस्थान की राज्य सरकार ने पिछले साढ़े तीन साल में जिस प्रकार की कार्रवाई की है, उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि इस आतंकी हमले के लिए पूरी तरह राज्य सरकार ही जिम्मेदार है। राजस्थान सरकार के फैसले साफ तौर से तुष्टिकरण को दिखाते हैं। राजस्थान में ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं। ऐसे आतंकी संगठन राजस्थान में पनप रहे हैं। राजस्थान की वर्तमान सरकार ने इन्हें प्रोत्साहित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। राजस्थान सरकार के फैसले साफ तौर से तुष्टिकरण को दिखाते हैं।
ऐसे उतारा था मौत के घाट
दर्जी कन्हैयालाल साहू की दुकान पर कल करीब ढाई बजे बाइक सवार दोनों बदमाश ग्राहक बनकर पहुंचे। कपड़े सिलवाने के लिए नाप लेने को कहा। पास में दो नोकर भी मोजूद थे। उनके मुताबिक नाप लेने के दौरान ही हमला कर हत्या कर दी गई। नौकर भागे तो उन्हे भी घायल कर दिया। जिस अंदाज में हमला कर गला रेता वह तालिबानी क्रूरता है। बाद में सोशल प्लेटफार्म पर वीडियो जारी किया जिसमें पीएम मोदी तक का नाम लेकर धमकी दी गई जिससे देश में तूफान आ गया है।
ऐसे पकड़े गए हत्यारे
उदयपुर में तालिबानी तरीके से टेलर की हत्या करने वाले आरोपी गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार 170 किमी दूर राजसमंद जिले के भीम इलाके से पकड़े गए। इन हत्यारों के पकड़े जाने का घटनाक्रम भी नाटकीय रहा। दोनों ने भागने की पूरी कोशिश की, लेकिन आखिरकार पुलिस के बिछाए जाल में फंस गए। हत्यारों के पकड़े जाने का एक वीडियो भी सामने आया है। आरोपियों के हत्थे चढ़ते ही पुलिस ने उन्हें जमकर पीटा। दोनों के राजसमंद के पास होने का इनपुट मिलते ही राजसमंद SP उदयपुर से बाइक पर हेलमेट लगाकर खुद निकले और राजसमंद के भीम-देवगढ़ इलाके में पहुंचे थे। उदयपुर और आसपास के जिलों की पुलिस वारदात के बाद से ही एक्टिव थी। इन इलाकों में कड़ी नाकाबंदी की गई। पुलिस की दस टीमें आरोपियों का पीछा कर रही थी। इस दौरान गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार पुलिस को देखकर भागने लगे तो दोनों को सड़क पर ही दबोच लिया गया। पुलिस ने दोनों को सड़क पर ही लात-घूंसों और डंडों से जमकर पीटा। फिर बाल पकड़कर गाड़ी में डाल दिया।
तो हो जाती.....
राजसमंद पुलिस करीब रात 8 बजे दोनों को भीम थाने लेकर पहुंची। इससे पहले जैसे ही लोगों को इसकी जानकारी मिली काफी संख्या में भीड़ थाने के बाहर जुट गई। भड़के लोग नारेबाजी करने लगे। भीड़ डिमांड करने लगी कि आरोपियों को हमारे हवाले कर दो। इस पर एक बार तो पुलिस ने भीड़ को खदेड़ा, लेकिन माहौल बिगड़ते देख पुलिस के भी हाथ-पैर फूल गए। बताया जा रहा है कि इसके बाद पुलिस आरोपियों को अज्ञात जगह ले गई।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा
उदयपुर में हुए हत्याकांड पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कश्मीर, पश्चिम बंगाल और केरल के बाद राजस्थान कट्टरपंथियों का गढ़ बनता जा रहा है। दहशतगर्दों से निपटने में राजस्थान सरकार अकर्मण्य साबित हो रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लगता है कि दंगाइयों के सामने घुटने टेक दिए हैं। ऐसे मुख्यमंत्री को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि ऐसा कांग्रेस की तुष्टीकरण की नीति की वजह से हुआ। वीरों की भूमि राजस्थान में तालिबानीकरण हो रहा है। उन्होंने मध्यप्रदेश को लेकर कहा कि यहां एकदम शांति है।
राजस्थान के CM का भोपाल में पुतला फूंका
बुधवार को भोपाल में संस्कृति बचाओ मंच ने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का पुतला फूंका। मंच के पदाधिकारियों ने घटना को सोची-समझी साजिश बताया और कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।

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