कोलारस। तहसील के ग्राम चिलावद में श्री हनुमान मंदिर पर पचौरी परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन श्री कृष्ण जन्म और नंदोत्सव की धूम रही। कथा में श्रीकृष्ण का जन्म होते ही पंडाल में जमकर आतिशबाजी हुई। नंद जी के अंगना में बज रही बधाई और नंद के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की आदि बधाई गीतों पर श्रद्धालुओं ने नृत्य कर सारे माहौल को भक्तिमय बना दिया। कथावाचक लक्ष्मी नारायण शास्त्री ने भक्तों को भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की कथा सुनाई, कथा सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे। कथा व्यास लक्ष्मी नारायण शास्त्री ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण में सारा संसार समाहित है, श्री कृष्ण ने अपने भक्तों का उद्धार व पृथ्वी को दैत्य शक्तियों से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। उन्होंने कहा कि जब-जब पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग व उनके जन्म लेने के गूढ़ रहस्यों को कथा व्यास ने बेहद संजीदगी के साथ सुनाया। कथा प्रसंग सुनाते हुए कथा व्यास ने बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। कथा का संगीतमयी वर्णन सुन श्रद्धालुगण झूमने लगे। कथा में श्री कृष्ण जन्म के साथ ही वामन अवतार, कपिल अवतार, गंगा अवतरण आदि प्रसंगों का भी वर्णन किया,इस दौरान सैकड़ो की संख्या मे श्रद्धालु मौजूद रहे।कथा के अंत में भगवान श्रीकृष्ण की आरती उतार कर माखन मिश्री का भोग लगाया गया। पं केशव कौशिक,पं विवेक तिवारी, कपिल तिवारी का विशेष सहयोग इस दौरान रहा।

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