
भागवत कथा का हुआ समापन
कोलारस। तहसील के ग्राम चिलावद में हनुमान जी के मंदिर में जारी भागवत कथा रविवार को संपन्न हो गई। कथा के समापन पर हवन यज्ञ और भंडारे का आयोजन किया गया। तत्पश्चात श्रीमद्भागवत पुराण के साथ ग्राम फेरी निकाली गई, हवन यज्ञ में पचौरी परिवार द्वारा आहुतिडाली और फिर समस्त कथा प्रेमियों ने प्रसाद ग्रहण कर पुण्य कमाया। भागवत कथा का आयोजन पचौरी परिवार की ओर से करवाया गया था। कथा व्यास लक्ष्मी नारायण शास्त्री ने 7 दिन तक चली कथा में भक्तों को श्रीमद भागवत कथा की महिमा बताई। उन्होंने लोगों से भक्ति मार्ग से जुड़ने और सत्कर्म करने को कहा। शास्त्री जी नेकहा कि हवन-यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। व्यक्ति में धार्मिक आस्था जागृत होती है। दुर्गुणों की बजाय सद्गुणों के द्वार खुलते हैं। यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है। श्रीमद भागवत से जीव में भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य के भाव उत्पन्न होते हैं। इसके श्रवण मात्र से व्यक्ति के पाप पुण्य में बदल जाते हैं। विचारों में बदलाव होने पर व्यक्ति के आचरण में भी स्वयं बदलाव हो जाता है। कथावाचक ने भंडारे के प्रसाद का भी वर्णन किया। उन्होंने कहा कि प्रसाद तीन अक्षर से मिलकर बना है। पहला प्र का अर्थ प्रभु, दूसरा सा का अर्थ साक्षात व तीसरा द का अर्थ होता है दर्शन। जिसे हम सब प्रसाद कहते हैं। प्रसाद हर कथा या अनुष्ठान का तत्वसार होता है जो मन बुद्धि व चित को निर्मल कर देता है। मनुष्य शरीर भी भगवान का दिया हुआ सर्वश्रेष्ठ प्रसाद है। जीवन में प्रसाद का अपमान करने से भगवान का ही अपमान होता है। भगवान का लगाए गए भोग का बचा हुआ शेष भाग मनुष्यों के लिए प्रसाद बन जाता है। कथा समापन के दिन विधिविधान से पूर्णाहुति,प्रसाद उपरांत पूरे गांव में श्रीमद्भागवत पुराण के साथ ग्राम फेरी निकाली गयी जिसमें ग्राम वासियों द्वारा घर - घर श्रीमद्भागवत का पूजन किया गया, कथा आयोजक बृजमोहन,रुकमणी देवी, कैलाश चंद्र,रंजना, महेश कुमार,पुष्पा, प्रमोद कुमार , रेणु, दीपक,महिमा, अखिलेश,नीतू, सौरभ,राखी, विवेक,पूनम, हितेश, नीतेश, ललित, निकुंज, पार्थ, शोर्य,सहित समस्त पचौरी परिवार ने श्रीमद्भागवत में सहभागिता करने वाले आचार्य लक्ष्मी नारायण शास्त्री, पं केशव प्रसाद कौशिक, कपिल तिवारी, विवेक तिवारी, सुनील सहित प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से सहयोग करने वाले रिश्तेदारों, भागवत् प्रेमिओं व पत्रकार बंधुओं के प्रति आभार व्यक्त किया।

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