शिवपुरी। अगर आपको भी लोगों की बातों में आकर कानून तोड़ने या हाथ लेने की आदत हैं तो संभल जाइए। सड़क पर जाम लगाकर हीरो पंती छोड़ दीजिए क्योंकि पुलिस बाद में केस दर्ज करती हैं तब सीधे साधे लोग कोर्ट की तारीख पर तारीख करते नजर आते हैं। इसलिए सुधार जाइए। इसी तरह की लापरवाली का यह मामला हैं जब कमलागंज में कांवड़ियों से टकराकर घायल बाइक सवार की इलाज के दौरान मौत के बाद 26 जुलाई को नगर के ग्वालियर बायपास पर लाश के साथ हाथ पकड़कर गोला बनाए सैकड़ों लोगों ने जाम लगाया था और कुछ देर बाद कठमई स्थित नए बायपास पर कमलागंज इलाके पर भी इन्हीं सैकड़ों लोगों ने जाम लगाया था। जिसे लेकर पुलिस ने दोनों मामलों में ट्रैफिक चक्काजाम करने को लेकर 19 नामजद सहित 60-70 अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जानकारी के मुताबिक आशीष जाटव की हादसे के बाद इलाज के दौरान 26 जुलाई को मौत हो गई थी। इसे लेकर ग्वालियर बायपास पर शव रखकर ट्रैफिक जाम कर दिया था। इसके बाद कठमई फोरलेन बायपास हाइवे पर एक घंटे ट्रैफिक जाम रखा। एसपी राजेश सिंह को फोर्स लेकर पहुंचना पड़ा था। नेशनल हाइवे जाम करने पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अव्हेलना का मामला होने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
भीम आर्मी के विधानसभा अध्यक्ष नेताजी के टंटे में हुआ लोगों पर केस दर्ज
पुलिस ने सतेंद्र करैया निवासी आसपुर पिछोर पर
केस दर्ज किया है जो चक्काजाम का नेतृत्व कर रहा था और भीम आर्मी का विधानसभा अध्यक्ष बता रहा था। इसके अलावा दिनेश जौराठी, मुकेश काला, अरुण जाटव, हरीश बाल्मीकि, सोमदेव बाल्मीकि, आनंद जाटव, राजेंद्र जाटव, वचनलाल चढ़िया, अरुण आजाद, भरत जाटव, महेश जाटव, संजय खैमरिया, रामेश्वर जाटव, आशु जाटव, सौरभ जाटव, गरीबा जाटव, बृजमोहन जाटव, उदयराज सहित 60 से 70 अज्ञात के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किया है।
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें