पिछोर। थाना पिछोर पुलिस ने नगरिया कॉलोनी में तीसरे माले पर आधी रात को गोली मारकर की गई महेश गुप्ता के अंधे कत्ल का खुलासा करते हुए तीन आरोपी गिरफ्तार कर घटना मे प्रयुक्त हथियार एक कट्टा 315 बोर , 2 राउण्ड व खोखा जप्त कर लिए। घटना को मृतक महेश गुप्ता के कलयुगी बेटे ने एक करोड़ के लालच में बाहर से gengastr बुलवाकर गोली से उड़ाया। इस मामले में एसपी राजेश चंदेल ने बताया की फरियादी अंकित गुप्ता उर्फ संतोष पुत्र महेश कुमार उम्र 26 साल निवासी नगरिया कालोनी पिछोर ने दिनाँक 22.07.22 को रिपोर्ट की थी कि मै किराने की गुमटी लभेड़ा के पास चलाता हूँ। मेरे घर पर मेरी पत्नि व पाँच साल की बच्ची तथा पिता महेश कुमार गुप्ता रहते थे। मै कल शाम करीब चार बजे मे अपने घर से दुकान पर गया था बाद मे करीब 7 बजे शाम को घर आया और मै मंदिर जा रहा हूँ पत्नि से बोलकर गया था रात करीब मै 10 बजे आया तो मेरी पत्नि प्रियंका ने दरवाजा खोला मेरे पिता तीसरी मंजिल पर सो रहे थे। मैने चाय से रोटी खाई थी। मेरी पत्नि पीछे कमरे मे बच्ची को लेकर सो गई थी। मै तीसरी मंजिल पर आगे के कमरे मे सो गया था। रात करीब 2.30 बजे मेरे पास मेरी पत्नि ने दरवाजा खटखटाया मैने दरवाजा खोला था मेरी पत्नि ने बोला कि गोली चलने जैसी आवाज आई है मैने कहा नही तथा मुझे बादल गरजने की आवाज आई थी फिर मैने नीचे दरवाजे पर गया नीचे कोई नही था दरवाजा बंद था। मेरी पत्नि ऊपर गई थी लेकिन वहाँ पर कोई नही दिखा था फिर मै अपनी पत्नि को लेकर ऊपर मंजिल पर गया था मेरे पिता सोये हुए थे उसके बाद मै तथा मेरी पत्नि करीब चार बजे तक जागते रहे उसके बाद पत्नि सो गई थी मै भी सो गया था सुबह करीब 6 बजे मै उठा देखा कि दरवाजे की चाबी खिड़की पर रखी है। मेरे पिता प्रतिदिन सुबह घुमने जाते थे वो नही गये थे तो मै ऊपर जाकर देखा तो उसके सिर मे चोट लगकर खून निकला है उसके बाद मैने पड़ोस मे बताया मेरे पिता को किसी अज्ञात व्यक्ति ने गोली मारकर हत्या की है। मैने थाने पर सुबह सूचना दी थी रिपोर्ट करता हूँ कार्यवाही की जावे। रिपोर्ट पर अपराध धारा 302 भादवि की देहाती नालसी लेखकर असल अपराध क्रमांक 427/22 धारा 302 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया ।
पुलिस व्दारा की गई कार्यवाही
घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक शिवपुरी श्री राजेश सिंह चंदेल ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री प्रवीण कुमार भूरिया , एसडीओपी पिछोर श्री दीपक सिहं तोमर द्वारा तत्काल घटना स्थल मृतक के घर पहुंचे व एफएसएल ग्वालियर व शिवपुरी की टीम ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया व वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए तथा पुलिस अधीक्षक शिवपुरी द्वारा थाना प्रभारी पिछोर गब्बर सिहं गुर्जर व थाना प्रभारी भौंती संजय मिश्रा को अंधे कत्ल की गुथ्थी जल्द सुलझाने हेतु निर्देशित किया।
विवेचना के दौरान पता चला कि मृतक मूलतः ग्राम बड़ैरा का रहने वाला था जिसकी पत्नि की मृत्यु करीब 20 वर्ष पूर्व हो चुकी थी इसका एक पुत्र अनिल उर्फ सोनु गुप्ता आर्मी में नौकरी करता था जिसने 2 वर्ष पूर्व फाँसी लगाकर आत्म हत्या कर ली थी व महेश गुप्ता को करीब 1 करोड़ रुपये आर्मी की तरफ से मिला था व उसे 20 हजार रुपये पारिवारिक पेंशन के मिलते थे। मृतक महेश गुप्ता का छोटा पुत्र बचपन से ही अपराधिक प्रवृत्ति का है जो शराब बेचने , शराब पीने , जुआ सट्टा खेलने व चोरी करने का आदि है। मृतक लभेड़ा तिराहा पर किराने की गुमटी चलाता था जिसकी गुमटी मे मृतक का छोटा पुत्र भी बैठता था जो किराने के सामान के अतिरिक्त चोरी छुपे अवैध रुप से शराब बेचने का काम करता था। मृतक के छोटे पुत्र की अपराधिक गतिविधियो के कारण उसकी पत्नि व पिता भी नाराज रहते थे। उसके ऊपर जुआ सट्टा से काफी कर्ज हो गया था। इसी प्रकार मृतक के छोटे बेटे का दोस्त खनियाधाना का रहने वाला है व लभेड़ा तिराहा पर ही रहता है इसके भी हाई प्रोफाईल शोक है तथा अत्यधिक खर्चा करने का आदि है, लेकिन इसके माँ बाप भी इसे लिमिट मे खर्चा देते थे, इसके द्वारा गूगल व फेसबुक पर भारतवर्ष के गैंगस्टर बदमाश लोगो के ग्रुप को सर्च किया जिसमें से अजीत किंग ग्रुप से दोस्ती एक्सेप्ट करके उसके एडमिन जो बिहार का रहने वाला है से सम्पर्क किया । दोनो ने गैंगस्टर को बुलाकर एक मेडीकल स्टोर के दुकानदार के बच्चे को किडनैप करने की योजना बनाई और दोनो ने इस योजना को अंजाम देने के लिये अजीत ग्रुप के एडमिन निवासी बिहार से सम्पर्क किया उन्होने इसे बुलाने के लिये उसके खाते मे 10000 रु. डाले और उसे दिनाँक 12.07.22 को पिछोर बुलवाया जो ट्रेन से झाँसी आया एवं ये दोनों दोस्त उसे मोटर साईकिल से पिछोर लेकर आये व लभेड़ा तिराहा गुमटी पर रखा । उक्त गैंगिस्टर ने इनसे किडनैप व हत्या कराने के लिये और रुपये माँगे इनके पास रुपये नही होने के कारण किडनैप की योजना इनके व्दारा कैंसिल कर दी गई । गैंगिस्टर इनसे नाराज हो गया और उसने इनसे एक लाख रुपये तुरंत माँगे व दुसरा काम हो तो बताने को कहा इस पर मृतक के छोटे बेटे ने अपने पिता की हत्या की योजना बनायी क्योकि मृतक उसे मनमाना खर्च करने के लिये रुपये नही देता था। मृतक के छोटे बेटे और उसके दोस्त ने एक 315 बोर का कट्टा लाकर गैंगिस्टर को दिया और मृतक के घर की लोकेशन दिखाई तथा दिनाँक 21.07.22 की रात गैंगिस्टर ने मृतक के छोटे लड़के से बोला कि मुझे हर हाल मे 24 तारीख तक एक लाख रुपये चाहिए तो मृतक के बेटे ने योजना के अनुसार दिनाँक 21.07.22 की रात अपने घर रात 10.00 बजे पहुचा व अपनी पत्नि व बच्ची को दुसरे कमरे मे सुला दिया व स्वयं दुसरे कमरे मे सो गया । मृतक तीसरी मंजित पर सो रहा था तो उसके छोटे बेटे ने रात करीब 02.00 बजे गैंगिस्टर को अपने घर बुलाया व तीसरी मंजिल के कमरे मे ले गया । गैंगिस्टर ने मृतक के सिर मे गोली मार दी मृतक के छोटे बेटे ने गैंगिस्टर को रात मे ही घर से निकालकर घर का ताला लगा दिया। गोली की आवाज सुनकर आरोपी की पत्नि उठकर आई तो वह अपने कमरे मे खड़ा हो गया पत्नि ने गोली चलने की आवाज आना बताया तो आरोपी ने अपनी पत्नि को बताया कि बिजली आसमान से चमकी है इसकी आवाज है और उसने रात मे अपने रिश्तेदारो को फोन लगाकर गुमराह करता रहा, रात को ही अपने पिता को देखने गया व पिता के मरने के यकीन होने पर रात को सो गया । सुबह पिता को अज्ञात व्यक्ति व्दारा गोली मारने की बाते बताई।
प्रकरण में वरिष्ठ अधिकारियो को मार्गदर्शन पर उनि चेतन शर्मा के नैतृत्व मे एक टीम आरोपी गैंगिस्टर की गिरफ्तारी हेतु रवाना की गई जो सायबर सेल के मिले लोकेशन के आधार पर गोरखपुर तरफ रवाना किया गया व श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय शिवपुरी को सम्पूर्ण जानकारी देने पर उनके व्दारा जीआरपी एवं आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियो से सम्पर्क कर गोरखपुर रेल्वे स्टेशन पर पुलिस तैनात कर रात में ही हत्या का मुख्य आरोपी गैंगिस्टर गोरखपुर रेल्वे स्टेशन पर उतरा तो आरपीएफ व उनि चेतन शर्मा की टीम व्दारा आरोपी को पकड़कर उसे गिरफ्तार कर एक कट्टा , एक चला खोखा व दो जिन्दा राउण्ड सभी 315 बोर के जप्त किये गये। हत्या की योजना में व षड़यंत्र मे शामिल आरोपी मृतक का पुत्र है व उसका दोस्त निवासी खनियाधाना हाल लभेडा पिछोर को भी कस्बा पिछोर से गिरफ्तार किया गया।
अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने वाली टीम
श्रीमान एस.डी.ओ.पी. महोदय श्री दीपक तोमर के नेतृत्व में निरीक्षक गब्बर सिहं गुर्जर , निरीक्षक संजय मिश्रा व उनकी टीम , उनि चेतन शर्मा, उनि नितिन भार्गव , उनि बी.एल. दोहरे , उनि जूली तोमर , सउनि अमरलाल बंजारा , सउनि चरन सिहं , सउनि जहान सिंह, प्रआर 95 हीरासिंह , प्रआर 258 राजेन्द्र सिंह , प्रआर दीपक चौहान, प्रआर , राघवेन्द्र चौहान, प्रआर हिमांशु, प्रआर घनश्याम सिहं, आर रामनाथ रावत , आर राघवेन्द्र पाल, आर जितेन्द्र गुर्जर , आर बृजेश राणा , आर कमल सिहं , आर माँगीलाल गुर्जर, आर रुपेन्द्र यादव , आर रवि कौरव , आर गौरव जाट , आर माधव शंकर , आर प्रदीप , महिला आर. उत्तम राजा , महिला आर. काजल मेवाफरोस , आर चालक अभिषेक सिकरवार, आर चालक प्रशांत नरवरिया की मुख्य भूमिका रही।
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