शिवपुरी 16 जुलाई 2022। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिवपुरी जिले में चलाए जा रहे दस्तक अभियान के दौरान दो लाख से अधिक 5 बर्ष तक के बच्चों का सर्वे के दौरान चिन्हाकन विभिन्न स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पवन जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत का मध्य प्रदेश एक मात्र ऐसा प्रदेश है जिसमें शिशु एवं बाल मृत्यु दर कम करने के लिए दस्त अभियान चलाया जाता है। इस अभियान के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर सर्वेक्षण करते हैं और विभिन्न स्वास्थ्यगत् समस्याओं से ग्रसित बच्चों को उपचार मुहैया कराते हैं। इस बर्ष 18 जुलाई से प्रारंभ होने जा रहा यह अभियान 31 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान छोटे बच्चों में जानलेवा बीमारी निमोनिया, दस्त, कुपोषण, गंभीर खून की कमि, जन्मजात विकृति की पहचान कर उनका मैनेजमेंट किया जाएगा। जिसमें स्वास्थ्य दल ओआरएस, जिंक सहित कई मेडीसिन तत्काल उपलब्ध कराएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जैन ने बताया कि जुलाई से अगस्त की अबधि में दस्त अभियान स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जाने का प्रमुख कारण काल खण्ड में का मौसमी बीमारियों का प्रकोप अधिक होना है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पवन जैन ने बताया कि दस्तक अभियान के दौरान जिले के 1527 ग्राम व बार्डो में निवास करने वाले दो लाख सात हजार तिरेसठ बच्चों का परीक्षण किया जाएगा। इन बच्चों का डिजीटाइलेशन कराया गया है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए जहां खण्ड स्तर के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की लगातार जूम बीसी आयोजित की जा रही है वहीं उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर पदस्थ कर्मचारियों के लिए प्रति शनिवार सेक्टर मीटिंग का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें जिला अधिकारी पहुंचकर स्वास्थ्य योजनाओं, राष्ट्रीय प्राथमिकता के कार्यक्रमों सहित दस्त अभियान तैयारियों का जायजा ले रहे हैं।
कहां कितने बच्चों का होगा परीक्षण
क्र विकासखण्ड ग्राम बच्चों की संख्या
01 करैरा 118 23312
02 कोलारस 230 19589
03 खनियाधांना 210 29532
04 नरबर 144 23865
05 पिछोर 157 23682
06 पोहरी 253 24857
07 बदरवास 156 21325
08 सतनवाडा 214 19383
बच्चोें में रक्त कमि की हिमोग्लोविन मीटर से होगी जांच
जिला टीकाकारण एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय ऋषीश्वर ने जानकारी देते हुए बताया कि 5 साल तक के बच्चों में रक्त की कमि से होने वाली विभिन्न बीमारियों का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग इस बार गांव गांव में बच्चों के रक्त का परीक्षण कर उनमें खून की मात्रा कितनी है इसका पता लगाएगा। जिससे सिकिल सैल एनीमिया, थैलेशिमिया जैसे रोगों का पता शीघ्र लग सकेगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिवपुरी जिले को 4 सैकडा से अधिक होम्योग्लोबिन मीटर दिए गए हैं इनके रक्त मात्रा का पता ठीक उतनी ही सरालता से लगाया जा सकता है जितना की शरीर में शुगर की मात्रा का पता लगाया जाता है।

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