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धमाका बड़ी खबर: अहमदाबाद में पीएम मोदी ने चलाया चरखा, बोले, आने वाले त्योहारों में इस बार खादी ग्रामोद्योग में बना उत्पाद ही उपहार में दें

शनिवार, 27 अगस्त 2022

/ by Vipin Shukla Mama
सैकड़ों महिलाओं के बीच बैठ चलाते दिखे चरखा
गुजरात। अहमदाबाद में खादी महोत्सव के मौके पर आज देश के पीएम नरेंद्र मोदी  narendra modi ने सैकड़ों महिलाओं के बीच चरखा चलाया। उन्होंने कहा की महात्मा गांधी के आदर्श उनके लिए सिर्फ कागजों तक सीमित नहीं हैं। गांधी सिर्फ उनके लिए शब्दों में नहीं हैं बल्कि महात्मा गांधी के आदर्शों को वो जमीन पर जीते भी हैं। चरखा कातने के बाद उन्होंने कहा कि मेरे घर में भी चरखा है और मेरी मां भी चरखा कातती थीं। इतिहास साक्षी है कि खादी का एक धागा, आजादी के आंदोलन की ताकत बन गया, उसने गुलामी की जंजीरों को तोड़ दिया। खादी का वही धागा, विकसित भारत के प्रण को पूरा करने का, आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करने का प्रेरणा-स्रोत बन सकता है। मैं देशभर के लोगों से एक अपील भी करना चाहता हूं। आने वाले त्योहारों में इस बार खादी ग्रामोद्योग में बना उत्पाद ही उपहार में दें। आपके पास अलग-अलग तरह के फैब्रिक से बने कपड़े हो सकते हैं। लेकिन उसमें आप खादी को भी जगह देंगे, तो वोकल फॉर लोकल अभियान को गति मिलेगी। उन्होंने कहा 15 अगस्त को लाल किले से मैंने पंच-प्रणों की बात कही है। साबरमती के तट पर, इस पुण्य जगह पर मैं पंच-प्रणों को फिर दोहराना चाहता हूं। पहला- देश के सामने विराट लक्ष्य, विकसित भारत बनाने का लक्ष्य दूसरा- गुलामी की मानसिकता का पूरी तरह त्याग। तीसरा- अपनी विरासत पर गर्व चौथा- राष्ट्र की एकता बढ़ाने का पुरजोर प्रयास पांचवा- नागरिक कर्तव्य। आजादी के आंदोलन के समय जिस खादी को गांधी जी ने देश का स्वाभिमान बनाया, उसी खादी को आजादी के बाद हीन भावना से भर दिया गया। इस वजह से खादी और खादी से जुड़ा ग्रामोद्योग पूरी तरह तबाह हो गया। खादी की ये स्थिति विशेष रूप से गुजरात के लिए बहुत ही पीड़ादायक थी।
हमने खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन में खादी फॉर ट्रांसफॉर्मेशन का संकल्प जोड़ा। हमने गुजरात की सफलता के अनुभवों का देशभर में विस्तार करना शुरु किया। देशभर में खादी से जुड़ी जो समस्याएं थीं उनको दूर किया। हमने देशवासियों को खादी के प्रोडक्ट खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा की भारत के खादी उद्योग की बढ़ती ताकत के पीछे भी महिला शक्ति का बहुत बड़ा योगदान है। उद्यमिता की भावना हमारी बहनों-बेटियों में कूट-कूट कर भरी है। इसका प्रमाण गुजरात में सखी मंडलों का विस्तार भी है।
खादी sustainable clothing टिकाऊ कपड़े का उदाहरण है। खादी eco-friendly clothing इको फ्रेंडली क्लोथिंग का उदाहरण है। खादी से carbon footprint कार्बन फुट प्रिंट कम से कम होता है। बहुत सारे देश हैं जहां तापमान ज्यादा रहता है, वहां खादी Health हेल्थ की दृष्टि से भी बहुत अहम है। इसलिए खादी वैश्विक स्तर पर बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है।










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