ग्वालियर। बदलते परिवेश में बेटियां अब बेटों के फर्ज निभाते दिखाई दे रही हैं। इकलौती बेटी द्वारा अपने पिता को मुखाग्नि देने का एक और मामला सामने आया है। दरअसल
शहर के सिकंदर कंपू क्षेत्र की विष्णु कॉलोनी में रहने वाले श्री जगदीश प्रसाद शर्मा का आकस्मिक निधन 27 अगस्त को शनिश्चरी अमावस्या के दिन सुबह 5 बजे हो गया। समाज के लोगों को सूचना दी गई, लोग घर पर एकत्रित होने लगे और जिस समय पिता की अर्थी उठाई गई तो उनकी बेटी सपना अपने पति संजय आज़ाद के साथ हड़िया लेकर चलती हुई दिखाई दी तो लोगों में यह चर्चा का विषय बन गया कि यह क्या, सामाजिक रस्मो की बेड़ियां तोड़ती हुई एक बेटी अर्थी के आगे चल रही हैं। लेकिन जब सपना ने कहा कि मैं अपने पिता की इकलौती संतान हूं मेरे पिता ही हमारा संसार थे मैंने बचपन से आज तक उनकी देखरेख में रहकर उनकी सेवा की है तो अंत समय में मैं उन्हें मुखाग्नि देकर अपना संपूर्ण फर्ज अदा कर रही हूं। यह सुनकर लोगों ने सपना के निर्णय में सहमति जताई। इधर जिस समय सपना के सामने परिवार के लोग मुखाग्नि देने को लेकर चर्चा कर रहे थे और किसी निष्कर्ष पर नहीं आ पा रहे थे।तो सपना के शिवपुरी निवासी पति संजय शर्मा आजाद ने अपनी पत्नी के मुखाग्नि देने के निर्णय को सही ठहराया और उसके साथ हाथ पकड़ कर उसे श्मशान घाट तक ले गए। किसी के द्वारा बनाए गए वीडियो जब वायरल हुए तो इस बात की चर्चा ग्वालियर शहर में होती रही। इधर देखने वालों की आंखें भी नम थीं। लोगों ने कहा कि भगवान बेटी दे तो ऐसी।

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