*पांच साल से कम उम्र में मरने वाले बच्चों की मृत्यु का प्रमुख कारण दस्त है रवि गोयल समाजिक कार्यकर्ता
शिवपुरी। भारत में पांच साल से कम उम्र के बच्चों को दस्त होने पर ओआरएस का घोल पिलाया जाता है। विकासशील देशों में पांच साल से कम उम्र में मरने वाले बच्चों की मृत्यु का प्रमुख कारण दस्त है।ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्ट यानी ओआरएस की मदद से दस्त के दौरान शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी को पूरा किया जाता है। दस्त के साथ-साथ उल्टी और अधिक पसीना आने की स्थिति में भी शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा को संतुलित बनाए रखने के लिए बच्चों को ओआरएस का घोल दिया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी बच्चें में दस्त के इलाज के लिए ओआरएस को जरूरी माना है बरसात के मौसम में उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या काफी बढ़ जाती है इसीलिए शक्ति शाली महिला संगठन ने महिला बाल बिकास के साथ मिलकर आगनवाड़ी केंद्र मनियर पर सुपोषण सखी श्रीमति कमलेश जाटव के द्वारा समुदाय के लोगो को खासकर 5 वर्ष तक के बच्चो की माताओं को ओ आर एस घोल बनाने की प्रकिया को बड़े ही सरल ढंग से अभ्यास कराकर सिखाया। अधिक जानकारी देते हुए शक्ति शाली महिला संगठन के संयोजक रवि गोयल ने बताया कि बच्चों को दस्त और उल्टी होने पर साफ पानी में ओआरएस मिलाकर दिया जा सकता है। इससे शरीर में पानी की कमी नहीं होती है। दस्त की शुरुआत से ही बच्चे को ओआरएस देना शुरू कर देना चाहिए। यह घोल पीने के कुछ मिनटों के अंदर ही काम करना शुरू कर देता है। ओआरएस से आंतें सोडियम के साथ ग्लूकोज और पानी को अवशोषित कर लेती हैं जिससे शरीर हाइड्रेट रहता है। आप डॉक्टर की सलाह के बिना भी बच्चे को यह घोल दे सकते हैं। बच्चों के साथ-साथ हर उम्र के लोग ओआरएस घोल पी सकते हैं।ओआरएस का पैकेट आपको हर स्वास्थ एवम आगनवाड़ी केंद्र पर निशुल्क मिल जाता है लेकिन अगर घर पर ओआरएस का पैकेट नहीं है तो आप खुद भी इसे बना सकती हैं, इसमें आपको बस एक लीटर साफ पानी लें और उसमें 30 ग्राम या 6 चम्मच चीनी और आधा चम्मच नमक डालें। अब इस मिश्रण को एक बोतल में भर लें और अच्छी तरह से शेक करें। बच्चे को घूंट-घूंटकर यह मिश्रण दें।ओआरएस का घोल न सिर्फ बनाना आसान है बल्कि इसे पीना भी बहुत आसान है। यही वजह है कि दुनियाभर में शरीर में पानी की कमी के इलाज के लिए ओआरएस का घोल पीने की ही सलाह दी जाती है। इसके सेवन में कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, जैसे कि इस घोल को घूंट-घूंटकर पीना चाहिए। दिन में कई बार इसे पिएं। अगर ओआरएस पीने के बाद उल्टी हो जाती है और यह घोल निकल जाता है तो घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ देर बाद दोबारा ओआरएस का पानी पिएं।
वयस्कों को दस्त और उल्टी होने पर ज्यादा से ज्यादा ओआरएस का सेवन करना चाहिए जबकि दो साल तक के बच्चों को दस्त होने पर हर बार मल आने के बाद 60 से 125 मि.ली ओआरएस लेना चाहिए। दो साल से अधिक उम्र के बच्चों में यह मात्रा 250 मि.ली है। ऐसा करके हम डायरिया से होने वाली अकाल मौतों को रोक सकते है इसीलिए शक्ति शाली महिला संगठन की सुपोषण सखियां आगनवाड़ी एवम आशा कार्यकर्ताओ को साथ मिलकर समुदाय स्तर पर बच्चो की माताओं को एवम किशोरी बालिकाओ को ये सिखा रही है आज मनियर आगनवाड़ी केन्द्र पर बच्चो की माताओं आगनवाड़ी कार्यकर्ता पुष्पा राठौर, सुपोषण सखियां के साथ आशा कारकर्ताओं ने सहयोग प्रदान किया।

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