शिवपुरी। विश्व संस्कृत दिवस श्रावण पूर्णिमा के शुभ अवसर पर संस्कृत भारती शिवपुरी द्वारा संस्कृत सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है जो 8 अगस्त से 14 अगस्त तक विभिन्न कार्यक्रमों के साथ संपन्न होगा संस्कृत भारती के विभाग संयोजक व जिला मंत्री आचार्य सुरेश शर्मा एवं दीपेंद्र शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्कृत दिनाचरण व्याख्यान मालाएं संभाषण वेद पूजन महाविद्यालय संपर्क संस्कृत प्रतियोगिताएं आदि संस्कृत माध्यम से होगा ।
उद्घाटन अवसर पर बाल शिक्षा निकेतन हाई सेकेंडरी स्कूल में सुरेश शर्मा ने संस्कृत भाषा की क्यों और संस्कृत के भविष्य के विषय में विस्तार से बताया और कहा कि कंप्यूटर और इंटरनेट के लिए यही भाषा सर्वोत्तम भाषा है विद्यालय के व्याख्याता पवन उपाध्याय ने संस्कृत का महत्व बताया आचार्य श्रीमती कामना सक्सेना ने गुणवत्ता और बुद्धिवर्धन हेतु संस्कृत की आवश्यकता बताई संस्कृत शिक्षिका श्रीमती अनीता गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए संस्कृत को विज्ञान से जोड़ा इस अवसर पर छात्रों के प्रश्नों का भी उत्तर दिया गया
शासकीय जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान शिवपुरी में संस्कृतदिनाचरण के अवसर पर एक वृहद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिस के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध वक्ता व साहित्यकार श्री पुरुषोत्तम गौतम अध्यक्ष श्री अशोक श्रीवास्तव विशिष्ट अतिथि श्री भरत भार्गव विषय उपस्थिति हेतु आचार्य सुरेश शर्मा व दीपेंद्र शर्मा उपस्थित थे । पूजन एवं मंगलाचरण हेतु डाइट व्याख्याता श्रीमती सुचिता लकड़ा जितेंद्र गुप्ता अरविंद जैन की भूमिका उल्लेखनीय रही।
श्री गौतम ने संस्कृत के श्रुति और स्मृति के माध्यम से सीखी जाने वाली विराट भाषा को बताया जिसको वेद व्यास ने अपने अथक परिश्रम द्वारा लिपिबद्ध किया और विश्व के सामने सर्वोत्कृष्ट साहित्य को आर्ष संस्कृति और मानवीय मूल्यों हेतु आवश्यक बताया प्राचार्य श्री श्रीवास्तव ने इस वृहद कार्यक्रम को संस्थान में किए जाने पर भूरी भूरी प्रशंसा की और छात्र अध्यापकों के आचरण में संस्कृत के माध्यम से सदाचरण जागरण होगा तो आने वाली पीढ़ी लाभान्वित होगी कहते हुए निरंतर संलग्नता कि बात की संस्कृत भारती के कार्यकर्ता सुरेश शर्मा व दीपेन्द्र शर्मा ने साक्षात प्रयोग कर संस्कृत प्रथम दिन से ही कैसे बोली जाती है प्रयोग द्वारा बताया संस्कृत संभाषण की निशुल्क व्यवस्था के विषय में बताया तथा गूगल और यूट्यूब के माध्यम से भी संस्कृत सीखी जा सकती है घर बैठे पत्राचार के माध्यम तथा अन्य साधनों से संस्कृत को सीखा जा सकता है अंत में आभार व्यक्त करते हुए भरत भार्गव ने बताया कि नासा द्वारा संस्कृत मंत्रों पर शोध किया गया है।

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