मझेरा आगनवाड़ी केंद्र 2 पर युवाओं के साथ पर्यावरण एवम नशा मुक्त समाज बनाने के लिए खुला संवाद कार्यक्रम आयोजित
युवा है शान देश की, युवा है पहचान देश की, युवाओं के कंधे पर जिम्मेदारी देश की रवि गोयल
शिवपुरी। राष्ट्र के निर्माण और विकास में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है। ऐसे में युवाओं को देश दुनिया की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिस्थितियों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। देश दुनिया के विकास में उनकी रुचि होनी चाहिए। इसके लिए युवाओं की समस्याओं के बारे में जानकर उनका समाधान निकाला होता है, ताकि वह समाज के लिए आवाज उठा सकें। विकास की दिशा में कार्य कर सकें। इसी उद्देश्य को अपनाते हुए हर साल 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। युवा दिवस युवाओं की आवाज,कार्यों और उनकी सार्थक पहल को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने का एक मौका है। इसी तारतम्य में शक्ति शाली महिला संगठन द्वारा अपनी टीम एवम युवाओं के साथ आज गांव में पर्यावरण एवम नशा मुक्त सेहरिया समुदाय को लेकर एक खुला संवाद सह जागरूकता प्रोग्राम आयोजित किया। सबसे पहले कार्यक्रम समयव्यक रवि गोयल ने कहा की अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस सबसे पहली बार 12 अगस्त 2000 में मनाया गया है। इस दिन को मनाने का फैसला संयुक्त राष्ट्र सभा ने 17 दिसंबर 1999 को कर लिया था। उस दिन तय किया गया कि 12 अगस्त को हर साल अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। हालांकि इस दिन को मनाने का सुझाव 1998 में विश्व सम्मेलन में दिया गया। युवाओं के लिए जिम्मेदार मंत्रियों ने विश्व सम्मेलन में युवाओं के लिए एक दिन समर्पित करने का सुझाव दिया था, जिसके बाद अगले साल 1999 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस सुझाव को अपनाते हुए 12 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस मनाने की घोषणा कर दी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर युवा दिवस मनाने की शुरुआत करने का उद्देश्य सामाजिक, आर्थिक और राजनीति के मुद्दों पर युवाओं की भागीदारी और उनकी भूमिका पर चर्चा करना है। युवाओं को समाज के कई मुद्दों पर आगे लाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। युवा दिवस को यूएन ने शुरू किया था, जो अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, मजदूर दिवस और योग दिवस की तरह की एक अंतरराष्ट्रीय दिवस है। संयुक्त राष्ट्र हर साल युवा दिवस की एक थीम निर्धारित करता है। थीम के मुताबिक दुनियाभर में कार्यक्रमों का आयोजन होता है। दुनियाभर के युवाओं को कई मुद्दों पर अपने विचार प्रकट करने का मौका मिलता है। युवाओं की समस्याएं जानने के साथ ही उनके सुधार का प्रयास किया जाता है।
साल 2022 का अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस युवाओं की उन कठिनाइयों पर केंद्रित है, जो वे दुनियाभर में अनुभव कर रहे हैं। इसमें 6 से 13 साल के आयु के आधी आबादी के बच्चे बुनियादी पढ़ाई प्राप्त नहीं कर पा रहे। उनमें गणित कौशल की कमी है और बचपन की गरीबी के वैश्विक मुद्दे पर आधारित है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस 2022 की थीम ''अंतर पीढ़ीगत एकजुटता: सभी उम्र के लिए एक दुनिया बनाना'' है प्रोग्राम में युवा साथी वंदना सैनी ने युवाओं को अधिक से अधिक पौधे लगाने एवम सेहारिया समुदाय में नशा कम करने पर चर्चा की जिसमे की गांव के युवाओं ने नशा को ना कहने के लिए अपनी सहमति प्रदान की इसके।साथ धर्म गिरी ने युवाओं को हर पल।कुछ न कुछ नया स्किल सीखने की बात की जिससे की हम अपने आप को तकनीकी रूप से सक्षम बना सके।प्रोग्राम में ग्रामीणों, महिलाओ ने एवम बच्चो ने भी भागीदारी की । प्रोग्राम में शक्ति शाली महिला संगठन की पूरी टीम, आशा कार्यकर्ता, आगनवाड़ी कार्यकर्ता एवम सहियाका उपस्थित थी।

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