शिवपुरी। माधव राष्ट्रीय उद्यान, शिवपुरी (मध्यप्रदेश) में स्थित जार्ज कैसल (बाकडे की कोठी) का निर्माण ग्वालियर के महाराजा माधौराव सिंधिया ने करवाया था न कि जीवाजी राव सिंधिया ने, ये कहना है इतिहास के जानकार एवम जानेमाने कवि दिनेश वशिष्ठ का। उन्होंने धमाका को बताया कि माधव राष्ट्रीय उद्यान, शिवपुरी (मध्यप्रदेश) में स्थित जार्ज कैसल (बाकडे की कोठी) के विषय में पार्क प्रबंधन द्वारा अपने प्रचार साहित्य और जार्ज कैसल पर लगे बोर्ड में कैसल के निर्माण के बारे में दर्शाया गया है कि इसका निर्माण जीवाजी राव सिंधिया ने करवाया था।
1911 में आयोजित दिल्ली दरबार में ब्रिटिश राजा जार्ज पंचम के आने के बाद उनके शिवपुरी भ्रमण के समय पर उनके ठहरने के लिए इस कोठी का निर्माण 1911 में हुआ था, तब ग्वालियर के महाराजा माधौराव सिंधिया थे। जीवाजी राव सिंधिया का तब तो जन्म भी नहीं हुआ था। जीवाजी राव सिंधिया का जन्म 26 जून 1916 को ग्वालियर में हुआ था। उनका कहना है की माधव राष्ट्रीय उद्यान के प्रबंधन से, जानकारी में संशोधन अपेक्षित है।
जार्ज कैसल की बनावट पुरानी शैली की इंडो यूरोपियन
इधर दूसरी तरफ देश के जानेमाने ज्योतिर्विद बृजेंद्र श्रीवास्तव, पूर्व अतिथि प्राध्यापक ज्योतिर्विज्ञान जीवाजी विश्व विद्यालय ग्वालियर ने भी वशिष्ठ की पुष्टि करते हुए कहा की जार्ज कैसल की बनावट पुरानी शैली की इंडो यूरोपियन है वह माधौ महाराज जी के समय का ही बना हुआ है।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें