पोषण जागरूकता रैली दस गांव में निकाली
शिवपुरी। कुपोषण को दूर करने के लिए सेहरिया बाहुल्य 10 गांव में घर घर पोषण की घंटी बजाकर जनांदोलन बनाया जा रहा है। यह बात शक्ती शाली महिला संगठन एवम ब्रिटानिया न्यूट्रीशन फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से आयोजित प्रोग्राम में संस्था की बबीता कुर्मी पोषण सलाहकार एवम प्रमोद गोयल प्रोग्राम संयोजक ने आज संस्था द्वारा बिनेग, शीर, बासखेड़ी, जमोनिया, चितोरी, अमरखोया, पतारा , ढह, डोंगर एवम स्कलरपुर में आयोजित पोषण की घंटी कुपोषण से मुक्ति अभियान में कहीं। उन्होंने बताया कि कुपोषण से लड़ने के लिए बच्चों के पोषण के साथ महिलाओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी होगा। कुपोषण के खिलाफ जंग जनता के सहयोग से समुदाय को जागरुक करके लड़ा जाएगा। कोई अति गंभीर कुपोषित बच्चा मिले तो उसको तत्काल एनआरसी में भर्ती किया जाएगा प्रमोद गोयल ने कहा कि मुख्यमंत्री बच्चों, किशोरियों व महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति बेहद चिंतित व गंभीर हैं। इसलिए उनकी पहल पर यह अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक किशोरी व महिला को पोषण आहार की जानकारी होनी चाहिए। अभियान के तहत बच्चों का वजन भी साथ साथ किया जा रहा है। साथ ही इन गांव में 100 सहजन एवम नींबू के फलदार पौधे एवम 50 पोषण वाटिका भी लगवाए गई । पूजा शर्मा ने कहा की बच्चों व परिवार के पोषण का ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि प्रत्यके बच्चे के लिए मां के गर्भधारण से एक हजार दिन स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। गर्भवती महिलाओ को पोष्टिक आहार बनाने के बारे में बताया साथ ही उनका डिजीटल हीमोग्लोबिन से एचबी टेस्ट किया जिसमे पांच महिलाओ में खून को कमी पाई गई। प्रोग्राम में धर्म गिरी ने कहा की अगर हम 3 साल पहले के व्यापक राष्ट्रीय पोषण सर्वेक्षण के आंकड़ों को देखें, तो पता चलता है कि लगभग 50 प्रतिशत बच्चों में किसी न किसी रूप में कुपोषण है. जिसका अर्थ है, वे और उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली अच्छी तरह से विकसित नहीं हुई है. अगर उनका मस्तिष्क ठीक से विकसित नहीं होता है, तो जब बच्चे स्कूल जाते हैं, तो वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं इसीलिए आज गांव में पोषण रैली के साथ साथ कुपोषित बच्चों एवम किशीरियो धात्री माताओं के पोषण पर विशेष ध्यान दिया। प्रोग्राम में शक्ती शाली महिला संगठन की पूरी टीम एवम सुपोषण सखियो ने सक्रीय सहयोग प्रदान किया।

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