पंजाब। पंजाब के मोहाली स्थित चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में शनिवार देर रात जमकर हंगामा हुआ था। आरोप था कि एक छात्रा ने हॉस्टल की ही 60 लड़कियों के नहाते हुए वीडियो बनाकर एक युवक को भेजे। शिमला के उस युवक ने ये वीडियो इंटरनेट पर डालकर वायरल कर दिए। ये वीडियो वायरल होने के बाद हॉस्टल की छात्राओं में से 8 लड़कियां आत्महत्या की कोशिश कर चुकी हैं। आरोपी छात्रा काफी समय से नहाते वक्त लड़कियों के वीडियो बनाती थी। इस बारे में जब हॉस्टल की लड़कियों को पता लगा तो उन्होंने मैनेजमेंट से इसकी शिकायत की। छात्राओं का आरोप है कि मैनेजमेंट ने मामले में किसी तरह की कार्रवाई नहीं की। इतना ही नहीं, आरोप यह भी है कि मैनेजमेंट ने उनपर दबाव डाला कि वे यह बात किसी को ना बताएं। मामले की जानकारी छात्र संगठनों को हुई तो वे भड़क गए थे, शनिवार देर रात स्टूडेंट्स ने विश्वविद्यालय को घेर लिया और वी वॉन्ट जस्टिस जैसे नारे लगाए। इस दौरान हालात इतने खराब हो गए कि पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। भड़के स्टूडेंट्स ने पुलिस की गाड़ी भी पलट दी थी। इधर आए MMS कांड के मामले में अब एक नया दावा किया जा रहा है। यूनिवर्सिटी कैंपस में कुछ छात्राओं ने अब दावा किया है कि उन्हें Manitoba, Canada के विदेशी नंबर +1 (204) 819-9002 से धमकी भरे फोन आ रहे हैं। इन दावों के बाद कैंपस में छात्राओं में दहशत का माहौल है। वहीं छात्राएं अपने हॉस्टल के बाथरूम में भी जाने से डर रही है। इस बीच चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है। इस माहौल के बीच कई छात्राएं हॉस्टल छोड़कर जा चुकी है।आज MMS कांड की जांच के लिए बनी महिलाओं की SIT, अब तक तीन दबोचे; दो दिन बाद शांति
हालाकि इसी मामले में पुलिस ने MMS कांड की जांच के लिए महिलाओं की SIT गठित कर दी है। अब तक तीन आरोपी दबोचे जा चुके हैं, जिससे इस मामले में सोमवार को दो दिन बाद शांति हैं। इधर जो एसआईटी गठित की जा रही हैं उसकी सभी सदस्य महिलाएं ही होंगी। पंजाब पुलिस के डीजीपी ने इस फैसले की जानकारी देते हुए ट्वीट किया, 'मुख्यमंत्री भगवंत मान के आदेश पर तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन कर दिया गया है। इसमें सभी महिलाएं होंगी। यह एसआईटी आईपीएस अधिकारी गुरप्रीत देव की निगरानी में काम करेगी। अब तक इस केस में एक छात्रा और दो अन्य लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है।'
पंजाब के डीजीपी ने हिमाचल प्रदेश से एक शख्स की गिरफ्तारी के मामले में सहयोग के लिए पड़ोसी राज्य की पुलिस को धन्यवाद दिया। डीजीपी ने कहा कि आरोपियों के पास मिलीं डिवाइसेज को बरामद कर लिया गया है और फॉरेंसिंक जांच के लिए भेजा गया है। एसआईटी इस केस में हुई साजिश के हर पहलू की जांच करेगी। इस मामले में शामिल किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा। हम सभी से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील करते हैं। किसी भी अफवाह में न पड़ें और मिल-जुलकर शांति एवं सद्भाव से काम करें।
छात्रा सहित शिमला का दोस्त, एक अन्य युवक गिरफ्तार
बता दें कि अब तक चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी केस में तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सबसे पहले उस छात्रा को अरेस्ट किया गया था, जिसने नहाती हुई छात्राओं के वीडियो बनाए थे। इसके अलावा उसके शिमला स्थित दोस्त और एक अन्य युवक को भी अरेस्ट कर लिया गया है। इस बीच यूनिवर्सिटी में 24 सितंबर तक के लिए पढ़ाई बंद करने का फैसला लिया गया है। यही नहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्टूडेंट्स की सभी मांगों को स्वीकार कर लिया है। इसके बाद से ही छात्रों ने अपने आंदोलन को वापस ले लिया है और फिलहाल यूनिवर्सिटी परिसर में तनावपूर्ण शांति देखने को मिल रही है।
एक फोन कॉल आया और खुल गया राज
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की डीन स्टूडेंट वेलफेयर रीतू रनौत ने बताया कि इस पूरे कांड का खुलासा एक कॉल से हुआ है। उन्होंने कहा कि आरोपी छात्रा से जब घटना के बारे में पूछताछ की जा रही तो उस वक्त उसके मोबाइल पर लगातार कॉल्स और मैसेज आ रहे थे। तब हमने छात्रा से कहा कि वह फोन का स्पीकर ऑन कर बात करे। कॉल करने वाला कोई तीसरा शख्स था। रनौत ने कहा कि हमने छात्रा से कहा कि वह कॉल करने वाले अपने दोस्त से पूछे कि क्या उसके पास कोई वीडियो है। यदि है तो उसे भेजे। छात्रा के यह कहते ही लड़के ने एक अश्लील वीडियो का स्क्रीनशॉट भेज दिया।
दोस्त की कॉल ने खोल कर रखा दिया राज
छात्रा से जब सख्ती से पूछताछ हुई तो उसने कहा कि उसे नहीं पता कि यह वीडियो उसके पास कैसे पहुंचा। उसने सिर्फ अपने दोस्त को भेजे थे। यह भी बताया कि छात्रा के मोबाइल से कुछ वीडियो और फोटो डिलीट किए गए हैं। इस मामले में पुलिस ने आरोपी छात्रा और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं शिमला में एक 31 वर्षीय युवक को हिरासत में लिया गया है। इस तरह एमएमएस कांड की जांच दूसरे राज्यों तक भी पहुंच रही है।
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