शिवपुरी। शासकीय कन्या महाविद्यालय शिवपुरी के सभागार में सम्पन्न हुए सम्मान समारोह में नगर के छंद धर्मी नवगीतकार डॉ मुकेश अनुरागी को पहले शिवपुरी साहित्य श्री सम्मान से शाल, श्री फल, प्रशस्ति पत्र तथा रु इक्कीस सौ नगद राशि देकर मंचासीन अतिथियों ने सम्मानित किया । समारोह प्रसिद्ध साहित्यकार कहानी लेखक श्री पुरूषोत्तम गौतम के मुख्यातिथ्य में एवं पत्रकार प्रमोद भार्गव एवं नाट्य कर्मी दिनेश वशिष्ठ के विशिष्ट आतिथ्य में संपन्न हुआ जबकि अध्यक्षता की महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य डॉ ज्योत्सना सक्सैना ने। कार्यक्रम का कुशल संचालन किया पूर्व प्राचार्य एवं हिन्दी के मूर्धन्य विद्वान डॉ लखन लाल खरे ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीपप्रज्ज्वलन के उपरांत सरस्वती वंदना का गान डॉ मुकेश अनुरागी ने किया। डॉ लखन लाल खरे जी द्वारा स्थापित इस सम्मान के एवं प्रायोजक संस्था श्री राम किशन सिंहल फाउंडेशन के विषय में जानकारी देते हुए संस्था सचिव डॉ महेंद्र अग्रवाल ने सम्मान और सम्मानित रचनाकार के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
हिंदी की महत्ता को समझाते हुए पत्रकार प्रमोद भार्गव ने अपने अंदाज में उपस्थित छात्राओं को संबोधित किया। दिनेश वशिष्ठ ने रचनाकार डॉ मुकेश अनुरागी को एक सहृदय इंसान बताते हुए हिंदी के प्राचीन छंदों का साधक तथा समसामयिक नवगीतों का आराधक कहा। मुख्य अतिथि पुरुषोत्तम गौतम जी ने हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के संघर्ष की गाथा से परिचित कराते हुए आज राष्ट्र भाषा बनाने पर जोर दिया। अध्यक्षता कररहीं डॉ ज्योत्सना सक्सैना ने संस्था के डॉ मुकेश अनुरागी के सम्मान को संस्था के लिए गौरवशाली बताया। उन्होंने डॉ मुकेश की कार्यप्रणाली और सहजता सरलता के व्यवहार की सराहना करते हुए हिंदी साहित्य केलिए उनके अवदान को याद किया। डॉ मुकेश अनुरागी के नवगीतों और छंदों पर चर्चा करते हुए दिनेश वशिष्ठ ने विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम में महाविद्यालयीन प्राध्यापक, कर्मचारियों के साथ साथ शहर के प्रबुद्ध साहित्यकार सर्वश्री डॉ योगेन्द्र बाबू शुक्ल,विजय भार्गव, अवधेश सक्सेना, रामबाबू पंडित, गोविंद अनुज, डॉ संजय शाक्य,अजय अविराम, आशुतोष शर्मा ओज, सुरेश शर्मा,विनय प्रकाश जैन नीरव, डॉ एम एस द्विवेदी, विकास शुक्ल प्रचंड, आदि उपस्थित थे। आभार ज्ञापित किया विकास शुक्ल ने। जबकि प्रशस्ति पत्र का वाचन किया डॉ योगेन्द्र बाबू शुक्ल जी ने।
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