शिवपुरी। मंशापूर्ण मंदिर पर चल रही संगीतमय रामकथा के पांचवें दिन की कथा का वाचन करते हुए साध्वी किशोरी दासी जी महाराज ने कहा कि बच्चों को संपत्ति नहीं संस्कार देना चाहिए जिन बच्चों को संस्कार नहीं दिए जाते बे बच्चे हमेशा मां-बाप को दुख पहुंचाते हैं मां-बाप जब बच्चा नहीं होता तो बच्चे के लिए रोते हैं और जब बच्चे संस्कार बान नहीं होते तो उनके कारण रोते हैं जो बच्चे संस्कार वान नहीं होते उनके पास कितनी भी संपत्ति हो उसे नष्ट कर देते हैं।
रामकथा में भगवान की लीलाओं का वर्णन करते हुए साध्वी जी ने कहा कि संसार में भगवान के भजन के बिना प्रत्येक व्यक्ति दुखी है कोई पुत्र से परेशान हैं तो कोई पुत्री से कोई पत्नी से तो कोई मित्र से परेशान हैं इन सभी परेशानियों से बचने के लिए भगवान की भक्ति ही एक उपाय है उन्होंने कहा कि मनुष्य को संसार के जाल से छुटकारा पाने के लिए भगवान की भक्ति ही एकमात्र उपाय है व्यक्ति को निरंतर रामकथा में ध्यान लगाना चाहिए यदि मन न भी लगे तो भी कथा श्रवण करनी चाहिए।
इस अवसर पर पं.अमरदीप शर्मा (पार्षद) पं लक्ष्मीकांत शर्मा हरिचरण पाल (पूर्व पार्षद) राज बिहारी भार्गव, श्याम लाल शाक्य ,मीना शाक्य( पार्षद) शास्त्री राजेश कृष्ण दुबे, राजबिहारी भार्गव, मुन्नालाल पाल धीरज ओझा, नक्टू राम शिवहरे ,लाल सिंह पटेल, सिरिया कुशवाह, दामोदर ओझा, कैलाश सेन सहित विभिन्न मानस प्रेमी उपस्थित रहे।
मंशापूर्ण मंदिर पुजारी अरुण कुमार शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को प्रभु की बारात बड़े धूमधाम से निकाली जाएगी और बड़े धूमधाम से प्रभु का विवाह उत्सव मनाया जाएगा।

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