शिवपुरी। नाई की बगिया श्री सती नारायणी मंदिर पर चल रही श्रीमद भागवत कथा में भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव बढे धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कथा के दौरान जैसे भगवान का जन्म हुआ तो पूरा पंडाल नन्द के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान लोग झूमने-नाचने लगे।
कथा में श्री धाम गोकुल मथुरा से पधारे कार्ष्णी आचार्य ब्रह्मदेव जी के श्रीमुख से भक्तों को कथा रस पान कराया जा रहा है।।
आज चतुर्थ दिवस की कथा में व्यास जी के द्वारा भक्तों को गुरु महिमा की कथा सुनाई गई गुरु सेवा कर के मनुष्य सहज ही सभी विद्याओं को प्राप्त कर सकता है। *गुरु सुश्रुसया विद्या* साथ ही गुरु सेवा से सहज ही मोक्ष को प्राप्त किया जा सकता है ।
पूज्य आचार्य जी के द्वारा भक्त प्रहलाद की कथा के द्वारा भक्तों को संस्कारों के महत्व को बडे ही मार्मिक तरीके से समझाया गया एवं कथा की विश्रांति के समय शाम को दिव्य कृष्ण जन्म महोत्सव दिव्य झांकियों के साथ मनाया गया भगवान बाल कृष्ण का दिव्य स्वागत किया और इस अवसर पर उन्होंने भगवान श्री कृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं का वर्णन किया गया कथा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे आखिर में सभी श्रद्धालुयों ने आरती में शामिल होकर भजनों का आनंद लिया।
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