जबकि डॉ. सपना गुप्ता ने बिना ऑपरेशन के बच्चेदानी की गठान एवं अंडाशय की गठान, पीसीओडी के सफल इलाज पर दो शोध पत्र पढ़े, जिनमें 80 केस स्टडी पेश की गई। कॉन्फ्रेंस का आयोजन लीगा होम्योपैथिक इंटरनेशनलिस द्वारा किया गया, जिसमें 121 देशों के करीब एक हजार चिकित्सकों ने भाग लिया। उन्होंने कांफ्रेंस में सम्मलित होकर ग्वालियर ही नहीं बल्कि मप्र को गौरवान्वित किया। इस उपलब्धि को लेकर महानगर के अनेक लोगों ने दोनों को बधाई दी हैं। धमाका संपादक विपिन शुक्ला की तरफ से भी उन्हें ढेर सारी बधाई।
सांच को में आंच: मदन गोयल
डॉक्टर राजेश गुप्ता ने तुर्की में शोध पत्र में होम्योपेथ से गैंग्रीन के रोगी अपाहिज होने से बचने की जो बात कही उसे लेकर शिवपुरी मध्यप्रदेश के निवासी मदन गोयल ने कहा की डॉक्टर गुप्ता की बदौलत उनके पैर को काटने की नौबत नहीं आई। जब उनके अंगूठे में दर्द से हालत खराब हुई तो सभी ने सिर्फ अंगूठा ही नहीं बल्कि पैर तक काटने की बात कही। इसी बीच जब उन्होंने डॉक्टर गुप्ता का नाम सुना तो वे ग्वालियर जाकर उनसे मिले। डॉक्टर गुप्ता ने पैर न काटने का भरोसा और दवाएं दीं जो ज्यादा खर्चीली भी नहीं थीं और गोयल जी का पैर आज भी सलामत हैं। ये अकेला नहीं बल्कि कई अन्य मामले भी सामने आते रहे हैं।

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