शिवपुरी। देश का 5वां राष्ट्रीय पोषण माह 2022 का आयोजन ग्राम पंचायत तक सही पोषण के संदेश को पोषण मटका एवम घंटी बजाकर किया जा रहा यह अभियान 01 सितम्बर से शुरू होकर 30 सितम्बर तक चलेगा। इस बार इसका मुख्य फोकस "महिला और स्वास्थ्य" और "बच्चा और शिक्षा" पर केन्द्रित है. इसके आयोजन का मुख्य उद्देश्य देश के सभी ग्राम पंचायतों तक पोषण और स्वास्थ्य के बारे में लोगों को जागरूक करना है। ये कहना था मझेरा आदिवासी बस्ती की सुपोषण सखी ललिता आदिवासी का जो की महिला एवं बाल विकास, शक्तिशाली महिला संगठन समिति एवम ब्रिटानिया न्यूट्रिशन फाउंडेशन द्वारा पोषण माह के अंतर्गत आज मझेरा 02 आंगनवाड़ी केन्द्र पर आयोजित पोषण की जागरूकता के लिए आज पोषण का मटका सजाया गया और प्रदर्शनी लगाई गई उन्होंने कहा की इसके साथ ही सुपोषण सखी एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा पोषण की घंटी बजाकर समुदाय को पोषण हेतु जागरूक करने का प्रयास किया।प्रोग्राम के बारे में अधिक जानकारी देते हुए रवि गोयल ने कहा की पोषण माह की थीम 'महिला और स्वास्थ्य' व 'बच्चा और शिक्षा' रखी गई है। पोषण माह केंद्र सरकार की 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और शिशुओं को दूध पिलाने वाली माताओं में पोषण को बढावा देने की महत्वाकांक्षी योजना पोषण अभियान का हिस्सा है। पोषण अभियान का मुख्य उद्देश्य कुपोषण की समस्या पर प्राथमिकता के आधार पर काबू पाना है। इसलिए सरकार ने पोषण 2.0 के तहत पोषक तत्व, वितरण,पहुंच व परिणाम को सुदृढ बनाने व स्वास्थ्य, कल्याण व रोग व कुपोषण के प्रतिरोध की क्षमता बढाने पर ध्यान केंद्रित किया है। राष्ट्रीय पोषण माह 2022 के तहत ग्राम पंचायत स्तर तक कार्यक्रमों की श्रंखला तैयार की है। जिनका उद्देश्य आम जन के बीच पोषण को लेकर जागरूकता पैदा करना है। इसके अतिरिक्त गर्भवती व शिशुओं को दूध पिलाने वाली माताओं की पहचान कर उन तक भी पहुंचने की तैयारी है। आज इस मुहिम में सुपोषण सखी, आगनवाड़ी कार्यकर्ता के साथ शक्ती शाली महिला संगठन की पूरी टीम एवम समुदाय की महिलाओं ने सक्रीय भागीदारी की।
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