खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में सीएमएचओ डॉ शरद करणे का एक विभागीय आदेश प्रदेश भर में चर्चा का वायस बन गया है। जिनको इसकी जानकारी मिली वे लोग इसे पूरे जिले में लागू करने की बात कहने लगे हैं।
दरअसल बीते रोज सागर के सीएमएचओ डॉ देवेंद्र गोस्वामी जी का यात्रा के दौरान आए हार्ट अटैक से निधन हो गया था, जिससे समग्र स्टाफ में सनसनी फैल गई थी। अब उनकी मौत के बाद जिला खंडवा के डॉ शरद करणे ने एक आदेश जारी किया है जिसे पूरे खंडवा जिले में लागू किया गया है। इस आदेश में लिखा है की डॉ. देवेन्द्र गोस्वामी, सी.एम.एच.ओ. सागर का हृदयाघात से यात्रा के दौरान दुखद निधन हो गया है। यदि ऐसी स्थिति में किसी भी व्यक्ति को छाती में दर्द, पसीना आना, घबराहट, सांस फूलना, कधे, गर्दन या पीठ में दर्द हो तो हृदयाघात की संभावना हो सकती है । अतः आप सबसे आग्रह है कि उक्त स्थिति से बचने के लिये अपने पास निम्न दवायें अवश्य रखें। 1.एस्पिरिन-300, 2. क्लोपिडोग्रेल-300,
3. एटोरवास्टेटिन 80mg, 4. सोर्बिट्रेट SL 5mg. 10 मिलीग्राम
ताकि इनके तत्काल सेवन से हृदयाघात की संभावना को कम से कम तीन घंटे (गोल्डन पीरियड) तक टाला जा सकता है। साथ ही प्रत्येक स्वास्थ्य कर्मी को CRP (Cardio Pulmonary resuscitation) की ट्रेनिंग देवें।
शिवपुरी के CMHO डॉ जैन बोले, nice
शिवपुरी जिले के सीएमएचओ डॉ पवन जैन ने कहा कि ये एक अच्छा कदम हैं। हार्ट अटैक से बचाव के लिए CPR का तरीका सिर्फ स्वास्थ्यकर्मी ही नहीं बल्कि आम इंसान को भी मालूम आना चाहिए। हार्ट अटैक के मामले में समय नहीं मिलता इसलिए आवश्यक दवाएं भी साथ रखनी चाहिए। उन्होंने कहा की हम शिवपुरी जिले में इसे लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
ये निकला आदेश
कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला-पू०नि० खण्डवा
Email-cmhokhd@mp.nic.in, ar-2225000
कमांक / स्था./2022/1696
खण्डवा, दिनांक 21/09 / 2022
प्रति,
1.सामु / प्राथ. स्वा. केन्द्र हरसूद / खालवा / पंधाना /समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारी छेगांवमाखन / मूंदी / किल्लौद / जावर । प्राथ. स्वा. केन्द्र
2 प्रभारी चिकित्सा अधिकारी
विषय :- आकस्मिक परिस्थितियों में तत्काल उपचार बावत
उपरोक्त विषय मे लेख है कि डॉ. देवेन्द्र गोस्वामी, सी.एम.एच.ओ. सागर का हृदयाघात से यात्रा के दौरान दुखद निधन हो गया है। यदि ऐसी स्थिति में किसी भी व्यक्ति को छाती में दर्द, पसीना आना, घबराहट, सांस फूलना, कधे, गर्दन या पीठ में दर्द हो तो हृदयाघात की संभावना हो सकती है । अतः आप सबसे आग्रह है कि उक्त स्थिति से बचने के लिये अपने पास निम्न दवायें अवश्य रखें। 1.एस्पिरिन-300, 2. क्लोपिडोग्रेल-300,
3. एटोरवास्टेटिन 80mg, 4. सोर्बिट्रेट SL 5mg. 10 मिलीग्राम
ताकि इनके तत्काल सेवन से हृदयाघात की संभावना को कम से कम तीन घंटे (गोल्डन पीरियड) तक टाला जा सकता है। साथ ही प्रत्येक स्वास्थ्य कर्मी को CRP (Cardio Pulmonary resuscitation) की ट्रेनिंग देवें।
1. Asprin-300, 2 Clopidogrel-300, 3. Atorvastatin 80mg, 4. Sorbitrate SL 5mg. 10mg
(डॉ. शरद करणे) मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला खण्डवा खंडवा, दिनांक :-21/09/2022 पू.क्र./स्था./2022/1697 प्रतिलिपी - सूचनार्थ |
1. क्षेत्रीय संचालक, स्वास्थ्य सेवायें इन्दौर संभाग इन्दौर।
2. कलेक्टर, जिला खण्डवा।
3. सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक, जिला चिकित्सालय खण्डवा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला खंडवा

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