पहला मामला भौंती के ग्राम ढला का है इस गांव में बीती रात बारिश ने कोहराम मचाया और तालाब से निकला पानी मूंगफली की कटी हुई रखी फसल को बहा ले गया। जबकि खेतों में भी पानी भर गया। ग्रामीणों के घर भी पानी में डूब गए। जिसके नतीजे में करीब पचास लाख से ज्यादा का नुकसान हुआ तो गुस्साए हुए ग्रामीण सुबह सड़क पर आ बैठे। महिलाएं बच्चे और पुरुषों ने सड़क पर जाम लगा दिया जिसके नतीजे में कई वाहन जाम में फंसे नजर आए।इधर दूसरी तरफ शिवपुरी पिछोर मार्ग पर भौंती से कुछ ही पहले एक तालाब का पानी नहर में जाता है लेकिन पुलिया छोटी होने के चलते पानी बाढ़ की सूरत लेता हैं तो वह आसपास के निचले इलाकों में बन हुए घरों में जा भरता है। बीते साल भी यहां पानी भरा था आज भी जब जोरदार बारिश हुई तो ग्रामीणों के घर पानी में डूब गए। जिससे भारी नुकसान हो गया। गुस्सा होने के बाद ग्रामीणों ने सिरसौद पिछोर मार्ग पर जाम लगा दिया। मौके पर अधिकारियों को जाना पड़ा उसके बाद उन्होंने आश्वासन दिया कि पुलिया बड़ी कराई जाएगी। जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई की जाएगी। साथ ही जो कुटीर और आवास नहीं बने हैं उन्हें बनवाया जाएगा। तब ग्रामीण माने। इसके पहले ग्रामीण आरोप लगा रहे थे कि पिछले साल यहां रानी नाम की कोई सचिव थी जिसमें उनसे धनराशि ले ली लेकिन कुटीर नहीं बनवाई जिसके नतीजे में वे लोग परेशान हैं। प्रशासन के समझाने के बाद दोनों जगह जाम खुल सका।
भौंती का ग्राम तिंधारी से सड़क संपर्क खतरे में टूटा पुल
भौंती इलाके में ग्राम तिंधारी से भौंती आने के रास्ते पर बना हुआ पुल बारिश से क्षतिग्रस्त हो गया जिसके नतीजे में चार पहिया वाहन की निकासी बंद हो गई है। इसके चलते लोगों को अब करीब 10 किलोमीटर का फेर खाकर आना जाना पड़ेगा। इस पुल की समय रहते मरम्मत नहीं की गई तो ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। आज यह पूरी क्षतिग्रस्त होने की जानकारी सामने आई है।

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