Responsive Ad Slot

Latest

latest

संत श्री आशारामजी बापू आश्रम द्वारा शिवपुरी के साथ पोहरी में निकाली गई विशाल संकीर्तन यात्रा

सोमवार, 31 अक्टूबर 2022

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। संस्कृति रक्षक संत श्री आशारामजी बापू आश्रम द्वारा शिवपुरी में संकीर्तन यात्रा जबकि श्योपुर एवं निकटवर्ती जिलों के आदिवासी क्षेत्रों में भंडारा आयोजन किया गया। शिवपुरी में आज 31 अक्टूबर 2022 को शाम 4 बजे से संस्कृति रक्षक संत श्री आशारामजी बापू आश्रम द्वारा संकीर्तन यात्रा का आयोजन किया गया। आरती के बाद मानस भवन से संकीर्तन यात्रा नगर के विभिन्न मार्गों से होकर गुजरी।
गाँधी पार्क, एबी रोड (लक्ष्मी निवास) माधव चौक गुरुद्वारा चौक, राजेश्वरी रोड, असपताल चौराहा, कोर्ट रोड़ गाँधी चौक होते हुए धर्मशाला रोड न्यू ब्लॉक गाँधी पार्क यात्रा वापस आई। श्री योग वेदांत सेवा समिति, शिवपुरी म. प्र.ने आयोजन किया। 
श्योपुर में हुआ आयोजन
श्योपुर एवं निकटवर्ती जिलो के आदिवासी क्षेत्रों में भंडारों का आयोजन भी किया गया जो 27 अक्टूबर से 2 नवंबर 2022 तक अनवरत जारी रहेंगे। भंडारों में विशेषकर 'वर्तन, कम्बल, कपडे मिठाई एवं जुटे चप्पल बांटे जायेंगे। गत 50 वर्षों से आश्रम द्वारा देशभर में ऐसी सेवाएं चलती आ रही हैं।
परम पूज्य संत श्री आशारामजी गौशाला, श्योपुर द्वारा दिनांक 27 अक्टूबर से 3 नवंबर तक श्योपुर, शिवपुरी, सवाई माधवपुर जिले में हरिनाम संकीर्तन यात्रा का आयोजन हुआ है ।  संत श्री आशारामजी  बापूजी के साधक शिष्यों द्वारा विशाल संकीर्तन यात्राओं का , सत्संग व दरिद्रनारायणों में जीवन उपयोगी वस्तुओं का वितरण व भंडारों का आयोजन किया जा रहा है। आज दिनांक 31 अक्टूबर को शिवपुरी शहर और पोहरी में विशाल संकीर्तन यात्रा का आयोजन हुआ।
परम पूज्य संत श्री आशारामजी बापू के साधकों द्वारा "भव्य हरिनाम संकीर्तन यात्रा" गांधी पार्क से कमलागंज, माधव चौक, गुरुद्वारा, राजेश्वरी रोड, कोर्ट रोड एवं न्यू ब्लॉक से संपन्न हुई।
भगवान् नाम संकीर्तन यात्रा सम्पूर्ण पापों को मिटानेवाला, भगवान के नाम का जप एवं कीर्तन है। ऐसे कल्याणकारी कीर्तन का लाभ सभी को मिले और मंगलमय वातावरण का निर्माण हो, इस उद्देश्य से संत आशारामजीबापू के साधको द्वारा समय-समय पर संकीर्तन यात्राएँ निकाली जाती हैं। दीपावली और गोपाष्टमी  के पावन पर्व के निमित्त निकलनेवाली यह हरिनाम संकीर्तन यात्रा लोगों के हृदय-मंदिर के दीप जलाने में सहायक सिद्ध हो रही है ।
 कलयुग में भगवान के नाम का जप एवं कीर्तन संपूर्ण पाप-ताप को मिटाने वाला होता है। ऐसे कल्याणकारी कीर्तन का लाभ सभी को मिले और मंगलमय वातावरण का निर्माण हो, इस उद्देश्य से आज शिवपुरी शहर में एक विशाल संकीर्तन यात्रा निकाली गयी। यह संकीर्तन यात्रा संत आशारामजी बापूजी के शिष्यों द्वारा  निकाली गयी।  यात्रा के बीच में कई स्थानों पर श्रद्धालुओं ने संकीर्तन यात्रा और उसमें शामिल भक्तों का स्वागत किया। इस यात्रा में शिवपुरी एवं आसपास के जिलों से आये हजारों भक्त शामिल हुए। श्री राम व श्रीकृष्ण के कीर्तन कराकर सभी भक्त खूब झुमें। कीर्तन यात्रा में कई भक्तों की आँखें अपने सद्गुरु संत आशारामजी बापू की याद में नम हो गयीं। इस भव्य कीर्तन यात्रा की पूर्णाहुति पूजन, आरती एवं प्रसाद-वितरण से हुई।पूरे शहर में हरी ओम के नारे गूंज रहे थे ।
सभी भक्तों का कहना था की  बापूजी को एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत फँसाया गया है। हमारे बापूजी निर्दोष हैं। उन्होंने जनता से अपील किया कि हिन्दू संस्कृति की जड़े खोखली कर उसे नष्ट करने का दुस्साहस करनेवालों से समाज सावधान रहे। कीर्तन यात्रा का संचालन युवा सेवा संघ, महिला उत्थान मंडल, श्री योग वेदांत सेवा समिति, आश्रम-साधक परिवार द्वारा मिलकर किया गया था। पदाधिकारी ने बताया कि संकीर्तन यात्रा का उद्देश्य सुप्रचार द्वारा हमारी भारतीय संस्कृति एवं उसके रक्षक संतों पर हो रहे कुठाराघात से समाज को अवगत कराके उसको सजाग कराना है। बापूजी के जेल जाने के बाद कई लोग यह समझ रहे है कि आश्रम के सेवाकार्य बंद हो गये हैं जबकि सच्चाई यह है कि सेवाएँ बंद होने के बजाय और भी व्यापक हो गयी हैं। ऋषि प्रसाद व लोक कल्याण सेतु आध्यात्मिक मासिक पत्रिका द्वारा आज भी करोड़ो लोगों तक उत्साही सेवाधारियों द्वारा हर माह भारतीय संस्कृति का ज्ञान पहुँचाया जा रहा है । आश्रम एवं आश्रम प्रेरित अनेकों इकाईयों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में प्रभातफेरी, कीर्तन यात्रा निकालकर, बाल संस्कार द्वारा बच्चों को संस्कारित करने का, भारतीय देशी गायों की महत्ता के प्रचार-प्रसार का सब सेवाकार्य सतत जारी है ।

कोई टिप्पणी नहीं

एक टिप्पणी भेजें

© all rights reserved by Vipin Shukla @ 2020
made with by rohit Bansal 9993475129