बिरसा मुंडा जयंती पर आयोजित हुई निबन्ध प्रतियोगिता
कोलारस। जनजातीय लोगों को संगठित करके अंग्रेजों के विरुद्ध क्रांति का आगाज करने और उन्हें नाकों चने चबबाने वाले अमर शहीद भगवान बिरसा मुंडा देश के रियल हीरो हैं । उन्होंने अपने दम पर क्रूर अंग्रेजो के विरुद्ध जनजातीय लोगों को संगठित किया। देश मे ईसाई मिशनरियों द्वारा कराए जा रहे धर्मांतरण को रोकने के लिए एवं नियम विरुद्ध जनजाति के लोगों की जमीन के अधिग्रहण करने के चलते भूमि व्यवस्था चौपट हो रही थी। इसका बिरसा मुंडा जी ने विरोध किया और संघर्ष किया। अंग्रेजों ने उन्हें पकड़कर जेल भेज दिया। और 25 बर्ष की अलप आयु में ही वे हमसे जुदा हो गए। लेकिन उनके द्वारा किये गए जनजातीय हितों के कार्यों की बदौलत आज हम उन्हें भगवान के रूप में पूजते हैं। उक्त बात शासकीय महाविद्यालय कोलारस में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद प्रतिनिधि जयपाल जाट ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने उनके जन्मदिन को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। साथ ही देश की नरेंद्र मोदी सरकार हमारे इतिहास के ऐसे अनेकों रियल हीरो को ढूंढकर सामने ला रही है। जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है परंतु पिछले 70 सालों में कांग्रेस की सरकार ने उन्हें हमारे इतिहास के पन्नो में उनके योगदान के अनुरूप स्थान तक नही दिया है। इस अवशर पर कोलारस महाविद्यालय में कार्यरत चौकीदार काशीराम काका जो जनजाति वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं । उनका सम्मान भी किया गया।साथ ही आज बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित निबन्ध लेखन प्रतिकयोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम स्थान कुमारी वैष्णवी परिहार ने द्वितीय स्थान कुमारी एलिना काजी, एवं तृतीय स्थान कुमारी दामिनी गौड ने प्राप्त किया। कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि श्री रमन सक्सेना, श्री अरुण भार्गव एवं प्रभारी प्राचार्य प्रो श्री वाय के राय ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन नेहा मैडम द्वारा किया गया। एवं कार्यक्रम की प्रभारी श्री मति बैदेही गौड़ थीं। कार्यक्रम में महाविद्यालय के स्टाफ में रामजीदास राठौर ,भावना जयसवाल, एवं संदीप चौरसिया एवं कॉलेज के छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

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