शिवपुरी। विगत 8 वर्षों से सुंदरकांड और जन सेवा क्षेत्र के 12 सेवा प्रकल्प के माध्यम से धर्म जागरण और प्रचार का काम करने वाले जनसेवी जानकी सेना संगठन अखिल भारतीय द्वारा इस बार अब अनोखा और अनूठा संकल्प लिया गया है। जिसके तहत अब बच्चों में भारतीय संस्कृति के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से एक विद्यालय खोला जा रहा है जिसका नाम होगा "जेएसएस सुंदरकांड विद्यालय" जहां पर 7 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को निशुल्क प्रवेश दिलाया जा सकेगा जिसमें रामायण और सुंदरकांड की चौपाइयां गूंजेंगी। विद्यालय में अध्ययन एकदम निशुल्क कराया जाएगा। यहां पर रामायण और सुंदरकांड की चौपाईयों का वाचन करना,भावार्थ सहित सुंदरकांड और रामायण को समझाना और इस तरह का प्रयास करना कि छात्रों को कम से कम सुंदरकांड, हनुमान चालीसा हनुमान अष्टक जैसी अनेकों चौपाइयां, दोहे, सोरठा, छंद, धार्मिक श्लोक और मंत्र महत्वपूर्ण कंठस्थ याद हो। इस तरह के संकल्प को लेकर जानकी सेना संगठन अब जल्द ही एक विद्यालय का शुभारंभ करने जा रहा है। विद्यालय खोलने के पीछे का मुख्य उद्देश्य नव युवा पीढ़ी में संस्कार स्थापित करना और धर्म जाग्रति एवं संस्कृति की पहचान कराकर सनातनी परंपरा का निर्वहन और संस्कारवान बनाना और पाश्चात्य सभ्यता की ओर आकर्षित होते हमारे बच्चों को सही दिशा मिल सके। विद्यालय में कार्य करने वाले शिक्षकों का गठन किया जाना अभी शेष है। गठन होने के साथ ही विद्यालय का शुभारंभ होगा जो मध्यप्रदेश में पहला इकलौता अनोखा विद्यालय होगा।

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