गौरतलब है कि ‘पॉपुलेशन फर्स्ट’ और 'संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष' (यूएनएफपीए) द्वारा संयुक्त रूप से हर साल दिए जाने वाले इस अवार्ड का यह बारहवां संस्करण था। इस आयोजन के मुख्य अतिथि थे सोशल वर्कर पद्मश्री विजेता सुनीता कृष्णन, बिर्टिश डिप्युटी हाई कमिश्नर गेरथ विन ओवेन, शकील अहमद और विशिष्ट अतिथि यूएनएफपीए के भारत में उप प्रतिनिधि श्रीराम हरिदास। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर सैयद ऐनुल हसन ने की। कार्यक्रम में विशेष संगीतमय प्रस्तुति सूफ़ी क़व्वाल नज़ीर अहमद खान वारसी और नसीर अहमद खान वारसी ने दी। प्रोग्राम में सबसे पहले पॉपुलेशन फर्स्ट की निदेशक डॉ.ए.एल.शारदा और श्रीराम हरिदास ने प्रतिभागियों एवं दर्शकों को संबोधित किया। इसके बाद विजेताओं के नाम का एलान किया गया। इस साल लाडली मीडिया अवार्ड के लिए पूरे देश से 900 एंट्री पहुंची थीं। जिसमें हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगू, मलयालम, कन्नड़, ओड़िया, असमिया, बंगाली, गुजराती समेत 14 भाषाओं के कुल 73 पत्रकारों को इस सम्मान के लिए चुना गया।
गौरतलब है कि 'लाडली मीडिया एंड एडवर्टाइजिंग अवार्ड फॉर जेंडर सेंसिटिव्हिटी' देश के उन मीडियाकर्मियों को दिया जाता है जो कि प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, न्यूज पोर्टल, ब्लॉग, वेबसाईट, रेडियो प्रोग्राम, कम्युनिटी मीडिया, फ़िल्म, किताब, विज्ञापन, डाक्युमेंट्री आदि 23 कैटेगरी यानी मीडिया के किसी भी माध्यम के ज़रिए समाज में लैंगिक संवेदनशीलता का प्रसार एवं लैंगिक समानता, लैंगिक न्याय की बात करते हैं। देश में लैंगिक उत्पीड़न और लैंगिक असमानता के ख़िलाफ़ अपनी आवाज़ पुर—ज़ोर तरीक़े से उठाते हैं।
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