हुए जनपद कार्यालय में अवगत कराने को कहा था। ऐसा नहीं करने पर मप्र पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम की धारा 92 के तहत केस दर्ज कर निलंबन प्रस्ताव भेजने का स्पष्ट उल्लेख किया लेकिन अभी तक सचिव सुरेंद्र शर्मा ने वर्तमान सचिव को चार्ज नहीं सौंपा था। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया के प्रभार वाले जिले की ग्राम पंचायत में आमजन से जुड़े काम प्रभावित हो रहे थे। तब नीलम तोमर ने पोहरी जनपद से लेकर जिला पंचायत सीईओ से लिखित शिकायत जारी रखी जिस पर आज अमल हुआ।
ग्राम पंचायत गुरीच्छा के रोजगार सहायक को पद से हटाकर जनपद पंचायत में किया अटैच
पोहरी। जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत गुरीच्छा के रोजगार सहायक को पद से हटाकर जनपद पंचायत में अटैच किया गया हैं। जांच कमेटी नियुक्त की गई हैं जो लाखों रुपए की सामग्री एवं पंचायत की सरकारी मशीनरी गायब करने की पड़ताल करेगी। बता दें की पोहरी जनपद की ग्राम पंचायत गुरिच्छा में सरपंच-सचिव को तत्कालीन सचिव ने चार्ज के साथ दस्तावेज और सामग्री नहीं सौंपी थी। 4 अगस्त को शपथ ग्रहण के दिन ग्राम पंचायत भवन खाली मिला। एलसीडी, कंप्यूटर, प्रिंटर सहित सभी दस्तावेज गायब मिले थे। तब वर्तमान सरपंच और सचिव ने अधिकारियों से लिखित शिकायत की थी। नोटिस जारी होने के बाद भी सचिव चार्ज में सामान सौंपने नहीं आ रहा । पोहरी जनपद सीईओ ने 29 अगस्त 2020 को तत्कालीन सचिव सुरेंद्र शर्मा को नोटिस जारी किया गया, जिसमें 17 अगस्त के नोटिस का हवाला दिया गया। वर्तमान सचिव बृजमोहन प्रजापति को ग्राम पंचायत गुरिच्छा के अभिलेख और सामग्री नहीं सौंपने पर जवाब मांगा गया। आदेशों की जानबूझकर अव्हेलना करने पर घोर लापरवाही बताई। नोटिस मिलते ही सभी प्रभार, सामग्री संबंधित सचिव को चार्ज के साथ सौंपते
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें