शिवपुरी। सतनवाड़ा स्थित UIT यूआईटी शिवपुरी में आयोजित दीक्षारम्भ कार्यक्रम "शुभारंभ 2K22" का भव्यता से समापन हुआ। यह कार्यक्रम 31/10 /2022 से 11/11/2022 तक चला।
कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति श्री सुनील कुमार गुप्ता जी के प्रेरणात्मक शब्दों से हुआ । प्रथम दिवस इस कार्यक्रम को एडिशनल डायरेक्टर प्रो. मोहन सेन, संस्था के संचालक प्रो. राकेश सिंघई जी एवं विभागाध्यक्षों ने अपने उदबोधन से प्रारम्भ किया।
इस कार्यक्रम की श्रृंखला में आरजीपीवी भोपाल मध्य प्रदेश के कई विशेषज्ञों ने जुड़कर अपने-अपने क्षेत्रों में व्याख्यान दिए। उन्होंने एंटीरैगिंग, इंश्योरेंस पॉलिसी, यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स, साइबर सिक्योरिटी, उन्नत भारत अभियान, केंपस प्लेसमेंट और यूनिवर्सिटी एग्जामिनेशन सिस्टम जैसे कई विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। यूआईटी आरजीपीवी शिवपुरी के शिक्षकों ने भी स्कॉलरशिप स्कीम ,रूल्स एंड रेगुलेशन, एनएसएस जैसे कई विषयों पर व्याख्यान दिए।शिवपुरी से मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने जुड़कर हेल्थ और हाइजीन पर व्याख्यान दिया । जिला खेल अधिकारी ने राष्ट्र निर्माण में खेलों के महत्व पर जोर दिया एवं मैनेजर छतरी जी ने जीवन जीने की शैली से अवगत कराया । शिवपुरी जिले के पुलिस अधीक्षक श्री राजेश सिंह चंदेल जी ने बेहतर समाज के निर्माण में पुलिस कर्मियों की भूमिका एवं युवाओं के कर्तव्यों पर रोशनी डाली।
दो सप्ताह के इस कार्यक्रम में आईआईटी दिल्ली, यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई, एमए एनआईटी भोपाल, एमआईटीएस ग्वालियर जैसे जाने-माने शिक्षण संस्थानों के कई विद्वानों ने अपनी-अपनी विशेषज्ञता से संबंधित व्याख्यान दिए । इस कार्यक्रम में हार्टफुलनेस केंद्र शिवपुरी द्वारा विद्यार्थियों को तनाव मुक्ति का मार्ग दिखाया गया।
संख्याओं को समझने, देखने और कल्पना के बारे में बताया जयराज शर्मा ने
शिवपुरी के लेखक ‘जयराज शर्मा’ ने यूआईटी आरजीपीवी शिवपुरी के छात्रों को पैटर्न से लेकर अवलोकन के दृष्टिकोण और अवलोकन से निष्कर्ष निकालने के लिए, अंतर्दृष्टि दी।
जयराज शर्मा, एक 21 वर्षीय लेखक हैं जिन्होंने वैदिक गणित से प्रेरित पुस्तक "प्लेइंग विद मैथमेटिकल ऑपरेशंस" लिखी है।
उन्होंने गुरुवार को यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी आरजीपीवी (UIT RGPV), शिवपुरी के छात्रों के साथ अपने काम को साझा किया, एक अलग दृष्टिकोण से संख्याओं को समझने, देखने और कल्पना करने की अपनी बात रखी, उन्होंने बताया कि कैसे अपने स्कूल के समय में वैदिक गणित के स्वाध्याय ने उन्हें कठिन अंकगणितीय गणनाओं को हल करने में मदद की, और कैसे उन्हें 9वीं कक्षा में अपनी पहली गणित पुस्तक लिखने का विचार आया, उनकी पुस्तक " प्लेइंग विद मैथमेटिकल ऑपरेशंस" वैदिक गणित पर अंतर्दृष्टि है जो छात्रों को उनके मानसिक गणना कौशल को बढ़ाने में मदद करती है।
उन्होंने विज्ञान प्रेमियों के लिए एक मजबूत विज्ञान उत्साही समुदाय बनाने के भविष्य के उद्देश्य के साथ पिछले साल एक मुफ्त एप्लिकेशन "वेद विज्ञान और गणित" गूगल प्लेस्टोरे पर लॉन्च किया था, जहां जिज्ञासु दिमाग एक साथ काम कर सकते हैं और शोध कर सकते हैं। उन्होंने छात्रों को अपने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म "वेद साइंस एंड मैथ्स" से परिचित कराया और जिज्ञासु दिमागों को इसका हिस्सा बनने के लिए कहा।
कार्यक्रम के अंतिम दिवस नव प्रवेशित छात्रों को विभागाध्यक्षों द्वारा अपने-अपने विभागों के शिक्षकगणों से परिचय कराया गया तथा सभी छात्रों को विभाग की प्रयोगशालाओं का परिचय दिया। अन्त में संस्था के अकादमिक प्रभारी प्रो. एस.के धाकड़ जी द्वारा समापन संबोधन दिया गया। नवीन प्रवेशित छात्र बड़े ही उत्साह के साथ इस पूरे कार्यक्रम में शामिल रहे। कई छात्रों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूरे कार्यक्रम को सराहा।

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