शासकीय कार्य से जाते निभाया इंसानियत का फर्ज
बता दें की ऑटो सवारों की मदद करने वाले दोनों शिक्षक शासकीय कार्य से अमहारा जा रहे थे। तो रास्ते में यह घटना घटित हुई। शिक्षक धर्मेन्द्र रघुवंशी जी व मोहन शुक्ल फोजी द्वारा टेक्सी व यात्रियों को सुरक्षित निकलने में मदद की।
धर्मेंद्र पहले भी कर चुके कई घायलों की मदद
शिक्षक धर्मेंद्र रघुवंशी ने इसके पहले भी कई घायलों की मदद की हैं। उन्हे अस्पताल भिजवाया हैं। बीते दिनों शिवपुरी में एक घायल बच्चे को अस्पताल ले जाने के दौरान धर्मेंद्र की इंसानियत पर लोगों ने सवाल खड़े कर दिए थे। जबकि दुर्घटना किसी अन्य से हुई थी। तभी पीछे से आ रहे धर्मेंद्र ने उसे देखा तो इलाज के लिए अस्पताल लेकर चल दिए। इसी बीच बाइक की ब्रेक वायर टूटी तो उन्होंने कम ट्रैफिक के रास्ते बायपास को चुना इसी बीच कुछ लोगों को गलतफहमी हुई। हालाकि धर्मेंद्र गलत नहीं थे इसलिए बालक को जिला अस्पताल पहुंचाकर आए थे। वाबजूद इसके आज फिर धर्मेंद्र ने इंसानियत की मिसाल पेश की। उनका कहना हैं की भगवान सब देखता हैं किसी के कुछ कहने से हम अच्छे कार्य करना बंद नहीं करेंगे। आज की दुर्घटना के घायलों ने दोनों शिक्षकों की तत्काल ऑटो सीधा करवाकर सुध लेने पर सराहना की और धन्यवाद दिया।
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