शिवपुरी 17 दिसम्बर 22। नियमितिकरण और नब्बे प्रतिशत मानदेय की मांग को लेकर अडे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने हडताल के दूसरे दिन म.प्र. सरकार की सदबुद्धि के लिए सुंदरकांड का पाठ किया। इससे पूर्व जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ आरके चौधरी को ज्ञापन सौंपा। संविदा कर्मचारियों की हडताल से ग्रामीण क्षैत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई गई।
उल्लेखनीय है कि म.प्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संविदा नौकरी को शोषण व्यवस्था मानकर बंद करने का वादा किया था। लेकिन खुद कहने के बाद भी संविदा व्यवस्था समाप्त न करने पर मुख्यमंत्री पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी 15 दिसम्बर 22 से हडताल पर चले गए थे, लेकिन शिवपुरी जिले में मुख्यमंत्री का दौरा होने से जिले के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने 16 दिसम्बर 22 से हडताल प्रारंभ की और पहले दिन मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौपने के बाद से काम पर नही लौटे। संविदा कर्मचारियों के हडताल पर चले जाने से जहां एक ओर ग्रामीण क्षैत्रों में स्थित उप स्वास्थ्य केन्द्रा पर ताले पड गए वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का कार्य भी प्रभावित हुआ वहीं दूसरी ओर संविदाकर्मचारी जिला चिकित्सालय में बैठकर सोटा वाले हनुमान मंदिर सरकार को सद्बुद्धि के लिए सुंदरकांड का पाठ करते रहे। इससे पूर्व जिला चिकित्सालय शिवपुरी के सिविल सर्जन डॉ आरके चौधरी को ज्ञापन सौंपकर हडताल पर जाने की सूचना दी।
प्रभावित हुई स्वास्थ्य सेवाएं
नही चली आभा आईडी , अनमोल एप, चेतना एप, टेली कंसलटेशन, रिपोटिंग , बिलों का भुगतान, कार्यालयीन पत्राचार, ग्रामीण क्षैत्रों में टीकाकरण, ओपोडी, दवा वितरण, स्टोर के कार्य, प्रभावित हुए।
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