इस पुल की लंबाई ढाई किलोमीटर है। यह मार्ग राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल से ही नहीं बल्कि पूर्वोत्तर राज्यों से भी इस सड़क का जीवंत संपर्क स्थापित है। इसका निर्माण 2009 में किया गया था। इस पुल से होकर प्रतिदिन हजारों वाहन गुजरते हैं। एनएएचआई के महाप्रबंधक राजेश गुप्ता के मुताबिक पहाड़ों को काटकर पुल के आसपास की सड़क तैयार की गई। खासबात यह है कि अमोला पुल अटल सागर मडीखेडा डैम के भराव क्षेत्र में आता है और मानसून में यदि जोरदार बारिश हो तो डैम जब निर्धारित जलस्तर 346 मीटर के आसपास पहुंचता है तो इस पुल पर पानी का नजारा देखने लायक हो जाता है।

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