* नगर की उजड़ी पड़ी वार्ड सात के अंतर्गत आने वाली ठंडी सड़क यानि लाडली लक्ष्मी पथ के निर्माण के टेंडर स्वीकृति को परिषद ने अनुमति दे दी हैं। जिसके साथ वर्क ऑर्डर जारी होते ही सड़क निर्माण और पार्क का विकास हो सकेगा। यह सड़क वर्षों से अनुपयोगी है जबकि इसके निर्माण से कोर्ट रोड, राजेश्वरी रोड का भारी दबाव कम होगा, कई एप्रोच रोड आपस में जुड़ने से ट्रैफिक सुगम हो सकेगा।
* पुराने टोल नाके से बीटीपी स्कूल तक सीसी सड़क का निर्माण किए जाने पर भी टेंडर पास कर सहमति बन गई हैं। यह सड़क पूरी तरह बदहाल हैं लोग धूल फाकने पर मजबूर हैं। इसके निर्माण से थीम रोड का दवाब भी कम होगा। वर्क ऑर्डर जारी होना बाकी।
* सीवर और पेयजल लाइन बिछाने से निपटी ठकुरपुरा को जाने वाली सड़क के निर्माण से बड़ी राहत मिलेगी। ठकुरपुरा के साथ मॉडल स्कूल, शासकीय कन्या स्कूल, मेडिकल कॉलेज के पीछे जाने में सहजता होगी। वर्क ऑर्डर जारी होना बाकी।
* नपा के सफाई कर्मियों के मानदेय को बढ़ाया जाएगा। इस पर भी सहमति बन गई हैं।
* प्राचीन ऐतिहासिक श्री सिद्धेश्वर मेला महा शिवरात्रि से लगाया जाएगा। 18 फरवरी को भूमिपूजन कर ठेके पर मेला लगाया जाएगा। जिससे नपा को आय होगी।
हम सभी साथ कोई कांग्रेस, भाजपा नहीं, नगर विकास में सब एक: गायत्री
नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा से जब मीडिया ने बात की तो उनका कहना था की नगर के विकास में कुछ देती हुई। सीएमओ का साथ नहीं मिला था। अब नए सीएमओ के साथ मिलकर हम नगर का विकास करेंगे। हमारे लिए कोई कांग्रेस, भाजपा नहीं सभी नगर विकास के लिए एक हैं। जब उनसे उपाध्यक्ष सरोज व्यास की नपा से नाराजगी और इस्तीफा देने को लेकर सवाल किया तो नपाध्यक्ष ने ये कहते हुए गुगली डाली कि हम सभी नगर के लिए मिलकर काम करेंगे और रवाना हो गई।
उपाध्यक्ष सरोज बोलीं एक नाली तक नहीं बनी
एक तरफ नपाध्यक्ष गायत्री ने सभी के एक होने की बात कही तो दूसरी तरफ नपा उपाध्यक्ष सरोज व्यास ने कहा की नपा उपाध्यक्ष श्रीमती रामजी व्यास ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मैं पारम्परिक महिला हूं और घर से बाहर भी नहीं निकलती। लेकिन मुझ पर आपराधिक प्रकरण कायम हो गया। उन्होंने कहा कि नगर पालिका उपाध्यक्ष पद रखा ही क्यों है। क्यों नहीं इसे समाप्त कर दिया जाता। नपा उपाध्यक्ष होने के बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं है। वे अपने मोहल्ले की नाली भी नहीं बनवा पा रहीं। उन्होंने कहा कि नगर पालिका के गलत कामों के बारे में महाराज साहब को नहीं मालूम, उन्हें वस्तु स्थिति से अवगत नहीं कराया जाता। उन्होंने कहा था कि प्रत्येक पार्षद अपने वार्ड में अपने आप को अध्यक्ष माने। लेकिन जब उनकी ही सुनवाई नहीं हो रही तो और पार्षदों का क्या हाल होगा, यह समझा जा सकता है। इधर सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास ने कहा की नगर पालिका का संचालन कानून को ताक पर रखकर किया जा रहा है। पारदर्शिता से काम नहीं हो रहा है। परिषद की बैठक में पार्षदों यहां तक कि नपा उपाध्यक्ष को भी बोलने का मौका नहीं दिया जाता। माइक बंद कर दिया जाता है। आप बताएं क्या विकास की बात करना गलत है। कानून और प्रक्रिया के तहत नगर पालिका का संचालन हो, सबका सहयोग लें। निजी हित की हम बात करें तो न मानें। सभी 39 वार्डों में एकसाथ विकास कार्य हों। उन्होंने सीएमओ पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने बैठक की प्रोसिडिंग नहीं लिखी। ऐसी आशंका है कि बाद में लिखी जाएगी। ऐसा होगा तो मैं उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराऊंगा और उनके निलंबन की मांग करूंगा। जब उनसे अवैध कॉलोनी काटने में आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की चर्चा की तो उन्होंने इसे कृपा प्रसाद बताया और कहा कि जब व्यक्ति जनहित के लिए लड़ता है तो उस पर ऐसे हमले होते हैं।

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