शिवपुरी। करैरा के लोकप्रिय शायर सुभाष पाठक 'ज़िया' को 'हेमंत फाउंडेशन' द्वारा उनके ग़ज़ल संग्रह 'तुम्हीं से जिया है' के लिए वर्ष 2022 का 'हेमंत स्मृति कविता सम्मान' से सम्मानित किया गया।
यह सम्मान कार्यक्रम के अध्यक्ष व प्रसिद्ध व्यंगकार -साहित्यकार गिरीश पंकज , मुख्य अतिथि, मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी की निदेशक नुसरत मेहदी, विशिष्ट अतिथि कथाकार व वरिष्ठ पत्रकार हरीश पाठक, रामायण केंद्र भोपाल के अध्यक्ष राजेश श्रीवास्तव, महेश पालीवाल एवं फाउंडेशन की संस्थापक अध्यक्ष संतोष श्रीवास्तव एवं संस्थापक सचिव प्रमिला वर्मा द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया गया। सम्मान में श्रीफल, शॉल, मोमेंटो और 5000 की सम्मान राशि प्रदान की गई। यह आयोजन भोपाल के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर्स ट्रेनिंग एंड इंस्टीटूट के राजीव गांधी सभागार में देशभर से आये साहित्यकारों के बीच हुआ। सुभाष पाठक ने इस कार्यक्रम में फाउंडेशन के प्रति आभार प्रगट करते हुए अपने रचना कर्म के बारे में बताया तथा अपनी ग़ज़लों का पाठ किया। कार्यक्रम के अध्यक्ष गिरीश पंकज जी ने सुभाष पाठक की ग़ज़लों में छिपी असीम संभावनाओं को बताया और उनके चमकदार शिल्प, रदीफ़ काफ़िये व कथ्य में अभिनव प्रयोग को सराहा। सुभाष पाठक की अब तक तीन पुस्तकें आ चुकी हैं जिनमें 'दिल धड़कता है' मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी से वर्ष 2020 में उर्दू में प्रकाशित हुई थी। इनका 'तुम्हीं से जिया है' ग़ज़ल संग्रह वर्ष 2022 में अभिधा प्रकाशन से प्रकाशित हुआ है और तब से काफ़ी चर्चा में है। 'ये नए मिज़ाज का शहर है' इनकी संपादित पुस्तक है। इनकी ग़ज़लों को कई ग़ज़ल सिंगर्स ने दूरदर्शन व लाइव शोज में गाया है और इनके कई गीत फिल्मों और वेब सीरीज में भी आने वाले हैं। पेशे से सुभाष शासकीय विद्यालय में शिक्षक हैं। इस सम्मान के लिए जिले के साहित्यकारों ने उन्हें बधाई दी है।
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