जानकारी के अनुसार शिवपुरी कलेक्ट्रेट के पास निवासरत एक व्यवसायी से तीस प्रतिशत की दर से ब्यास वसूलने वाले चार ब्याज वीरों के खिलाफ पुलिस ने आपराधिक प्रकरण कायम कर उनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया है। व्यवसायी रंजीत भोसले ने साल 2020 में अपनी व्यवसायिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए चार लोगों से पैसा उधार लिया था। बकौल रंजीत पैसा देते समय सभी ने मामूली ब्याज लेने की बात कही थी, लेकिन बाद में सभी ने तीस प्रतिशत तक का ब्याज वसूलना शुरू कर दिया। रंजीत ने बताया कि उसने महेंद्र कुलथे निवासी लश्कर ग्वालियर से 8 लाख रुपये उधार लिए। महेंद्र ने उससे 8 लाख रुपये के 19 लाख रुपये वसूल लिए, लेकिन इसके बावजूद महेंद्र का पैसा लेना खत्म नहीं हुआ। इसी तरह पीएस होटल के पास रहने वाले गजेंद्र रावत ने रंजीत से 5 लाख रुपये के 20 लाख 74 हजार रुपये वसूल लिए। इसके बावजूद उसका पैसा वसूलना जारी था। इसी तरह दिलीप रावत निवासी सिकरावदा थाना सिरसौद व राजेश उर्फ लाला जैन निवासी ग्वालियर ने भी रंजीत से लाखों रुपये वसूल लिए। इन दोनों ने भी पैसों के लिए रंजीत को जमकर प्रताड़ित किया। अंततः परेशान होकर रंजीत ने मामले की शिकायत पुलिस को दर्ज कराई। उप निरीक्षक दीपक पलिया ने टीआई अमित भदौरिया के निर्देश पर इस मामले में चारों आरोपियों के खिलाफ धारा 386, 506 सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर गजेन्द्र व महेन्द्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
धमाका बड़ी खबर: रंजीत भोंसले से ब्याज पर ब्याज वसूलने वाले 4 पर केस दर्ज, गजेन्द्र व महेन्द्र को गिरफ्तार कर भेजा जेल
शिवपुरी। ब्याज पर ब्याज फिर ब्याज और ब्याज यानि कभी खत्म न होने वाली उधारी का धंधा मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में सदियों से चला आ रहा हैं। जिसको जरूरत होती हैं वह मोटे ब्याज वाले आसामियों से मनमाने दाम पर उधार ले लेते हैं लेकिन बदले में ये भूल जाते हैं कि ये उधारी कभी पटेगी नहीं बल्कि ब्याज पर ब्याज भरते उसकी सदियां बीत जायेंगी। कोतवाली पुलिस ने एक ऐसे ही उधार लेने वाले पीड़ित की शिकायत पर कारवाई को अंजाम देते हुए दो ब्याज वीरों को गिरफ्तार किया हैं। उनके विरुद्ध कई धाराओं में केस भी दर्ज किया गया हैं।
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