शिवपुरी। स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित परिवार परामर्श केन्द्र के शिविर में सुनवाई योग्य 11 प्रकरणों में से 5 में राजीनामा तथा 1 प्रकरण में आंशिक राजीनामा कराने में सफलता प्राप्त हुई !समझौता न हो पाने वाले प्रकरण महिला प्रकोष्ठ को वापस कर दिए गए ग्वालियर जोन के एडीजी डी श्रीनिवास वर्मा के कुशल मार्गदर्शन एवं प्रयासों से और शिवपुरी पुलिस कप्तान राजेश सिंह चंदेल की पहल और निर्देशन में चलाए जा रहे परिवार परामर्श के शिविरों में आपसी समझौतों कराकर परिवारों को टूटने से बचाने का अनुकर्णीय काम जिला पुलिस परिवार परामर्श केन्द्र के द्वारा सफलता पूर्व किया जा रहा है। इसी क्रम में आयोजित इस माह के शिविर में 5 प्रकरणों में राजीनामा 1 मे आंशिक राजीनामा संपन्न हुआ।इस शिविर में सबसे रोचक प्रकरण एक विधवा का था ! बेहद पढ़ी-लिखी शिवपुरी निवासी एक महिला का पति का देहांत डेढ वर्ष पूर्व हो चुका था और उसके साढे तीन साल का एक बेटा भी है !उक्त महिला के ससुराली जन उसे संपत्ति में हिस्सा नहीं दे रहे थे और उसके सामने रोजी-रोटी के साथ-साथ अपने बच्चे को पालने का संकट था! परिवार परामर्श केंद्र में पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने इस केस को विशेष रुप से निराकृत करने के लिए भेजा और परामर्श दाताओं की समझाइश और बातचीत के बाद उक्त महिला का ससुर अपने साढे तीन वर्षीय नाती के नाम 20 लाख रुपए एफ डी 21 साल की अवधि के लिये कराने पर सहमत हो गया! साथ ही 2 लाख 30 हजार नगद बहू को देना भी मंजूर किया! इसके अतिरिक्त ससुर ने मकान और एक प्लॉट में भी हिस्सा देंने की बात लिखित में स्वीकारी! दहेज में मिली क्रेटा कार को भी बेचने पर सहमति हो गई जिसकी रकम भी , उक्त विधवा को उसके बेटे की परवरिश के लिए दी जावेगी ! उक्त समझौते के बाद बहू और ससुर दोनों ही बेहद प्रसनचित नजर आए!
उक्त विधवा विवाह के पूर्व में स्पोर्ट टीचर के रूप में काम करती थी यह जानकर गुरु नानक इंटरनेशनल स्कूल के संचालक महिपाल अरोरा ने जोकि परिवार परामर्श केंद्र के सदस्य भी हैं और इस केस की काउंसलिंग भी कर रहे थे उन्होंने अपनी ओर से उन्हें अपने स्कूल में स्पोर्ट टीचर के रूप में काम करने का प्रस्ताव देकर उस विधवा महिला की रोजगार की समस्या का भी निराकरण कर दिया!
एक अन्य प्रकरण में गुना निवासी रमेश का विवाह शिवपुरी निवासी रश्मि के साथ 7 वर्ष पूर्व हुआ था और संतान न होने के कारण दोनों के बीच विवाद था दोनों ही पति पत्नी ग्रेजुएट थे समझा इसके बाद दोनों साथ रहने को तैयार हो गए डॉ नीति अग्रवाल ने महिला को चिकित्सीय परामर्श भी दिया तथा उसके पति को संतानहीन की भ्रांति को भी दूर किया साथ मेडीकल कालेज से निशुल्क इलाज उपलब्ध कराने का भी कहा!
दो प्रकरणों में शराब खोरी पति पत्नी के बीच विवाद और संबंध विच्छेद का कारण बनता जा रहा था परामर्श दाताओं के द्वारा समझा इसके बाद इसमें भी समझौता कराने में सफलता प्राप्त हुई। इस शिविर में पुलिस अधीक्षक श्री राजेश सिंह चंदेल , जिला संयोजक , महिला थाना प्रभारी कोमल परिहार, कंट्रोल रूम प्रभारी विजेंद्र सिंह सहित सभी काउंसलर और महिला थाने का स्टाफ उपस्थित था।
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