इंदौर। रामधारी सिंह "दिनकर" की कविता की पंक्तियों के अनुसार 'सौभाग्य न सब दिन सोता है' अर्थात् प्रत्येक व्यक्ति की लगन, इच्छाशक्ति, मेहनत और भाग्य के सहारे सफ़लता की ओर कदम बढ़ते हैं। देश का सबसे स्वच्छ शहर इन्दौर इस मामले में अधिक सौभाग्यशाली है कि यहाँ की कई प्रतिभाएँ मुम्बई जैसे शहर में बॉलीवुड के रास्ते पर सफ़ल हैं और बहुत-सी प्रतिभाओं को लगातार वहाँ काम मिल रहा है। ऐसी ही एक इन्दौर की बेटी दिशा गुप्ता भी है, जिसने फ़िल्मी दुनिया की शिक्षा भी इन्दौर में लेकर मुम्बई में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाना शुरु कर दिया।
पिता श्री आलोक गुप्ता और माँ श्रीमती राधा गुप्ता के संस्कारों, शिक्षा के साथ के दम पर दिशा ने अपने आप को फ़िल्म इंडस्ट्री के लिए तैयार किया।
दिशा की प्राथमिक शिक्षा भवन्स प्रॉमिनेंट स्कूल से हुई और ग्रेजुएशन प्रेस्टिज महाविद्यालय से करने के उपरांत पोस्ट ग्रेजुएशन एमिटी विश्वविद्यालय से किया है।
दिशा ने फ़िल्मी दुनिया की प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा इन्दौर में लेते हुए मुम्बई की ओर रुख किया।
पूर्व में दिशा 200 लड़कियों के ऑडिशन में ख़ुद को साबित करते हुए विजेता बनकर एल्बम के गीत के लिए चयनित हुई। उसके बाद दिशा को मुम्बई में गीत में रोल मिला। अब लगातार दिशा को कई बड़े प्रोड्यूसर और फ़िल्म निर्देशकों की ओर से काम मिल रहा है।
दिशा का मानना है कि 'ख़ुद को आप ख़ुद ही तैयार करते रहो, यदि आपका काम अच्छा होगा तो हर क्षेत्र में सफ़लता मिल सकती है।' दिशा का यह भी कहना है कि 'मुम्बई फ़िल्मी दुनिया का शहंशाह शहर है, पर यहाँ अच्छा काम करने वालों को हमेशा प्रोत्साहन मिलता है। हमारे शहर इन्दौर में प्रतिभाओं को आगे बढ़ने के लिए हज़ारों अवसर मिलते हैं।'
इन्दौर की प्रतिभाओं को फ़िल्म के क्षेत्र में मेहनत करते रहना चाहिए और मेहनत करने वालों को हमेशा सराहा जाता है, इस बात पर मोहर दिशा गुप्ता को मिल रही फ़िल्मों से लगती है। आगामी दिनों में दिशा गुप्ता के कई वीडियो फ़िल्मों व गीतों में अभिनय को देखा जा सकता है।
हॉल ही में 'दो दो बारिश' गीत में दिशा का अभिनय देखने को मिलेगा, जिसमें प्रतीक सहजपाल के साथ दिशा ने अभिनय किया है। मुम्बईया दुनिया दिशा के बढ़ते कदम इन्दौर के लिए भी उपलब्धि है क्योंकि इन्दौर ने बॉलीवुड को हमेशा से मेहनती लोग दिए हैं। लता मंगेशकर से लेकर सलमान खान, स्वानंद किरकिरे जैसे कई नामचीन भी इसी शहर की पैदाइश हैं। ऐसे दौर में युवा प्रतिभाओं का बॉलीवुड में बढ़ता दख़ल निश्चित रूप से गौरवान्वित करता है।

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