भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सोमवार को पंचायत के जनप्रतिनिधियों को संबोधित किया। आप बड़ी कठिन परिस्थितियों में चुनाव जीते हैं। आपके ऊपर पुलिस, पैसा, प्रशासन का दबाव था। BJP के पास इनके अलावा कोई उपाय नहीं है।कमलनाथ ने कहा- ये ध्यान रहे कि 7-8 महीने बाद BJP के पास कुछ नहीं बचेगा। 7-8 महीनों में आपको भी आक्रमक होना पड़ेगा। आप भी सरकारी अधिकरियों, कर्मचारियों से कहना कि हम भी हिसाब लेंगे, हमारी भी चक्की चलेगी और बहुत बारीक पीसेगी। कमलनाथ ने कहा, राजीव गांधी ने पंचायती राज के अधिकार दिए दिग्विजय सिंह की सरकार ने पंचायत प्रतिनिधियों को अधिकार दिए। आप लोगों को ये याद रखना है कि आपको जिनके वोट नहीं मिले, उनसे भी मिलिए, उन्हें बीजेपी की तरफ मत धकेलिए। एक वक्त था, जब बीजेपी के पास बूथ का कार्यकर्ता नहीं था मैं 40-42 साल से चुनाव लड़ता आ रहा हूं। आप सबको समेटिए, साथ लेकर चलिए। जिन 60-70 प्रतिशत लोगों के वोट आपको नहीं मिल पाए, उन्हें अपने साथ जोड़िए। कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आएगी, तो महात्मा गांधी के सपने और राजीव गांधी के बनाए कानून का क्रियान्वयन करेंगे। 15 साल बाद कांग्रेस की सरकार बनी, तो कई चुनौतियां थीं। 15 महीने में हमने नीति और नीयत का परिचय दिया। पहली किश्त में 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया। शिवराज सिंह भाषण दे रहे, इन्वेस्टर्स समिट कर रहे हैं। भाषण से कुछ नहीं होता, विश्वास से निवेश आता है। मप्र की भ्रष्टाचार से, माफिया से पहचान है। हमने एक नई पहचान बनाने की कोशिश की थी। हमने माफिया के खिलाफ अभियान चलाया, मिलावट के खिलाफ युद्ध चलाया।
मोदी - शिवराज जिस स्कूल में पढ़े, वो कांग्रेस ने बनवाए
पीसीसी चीफ ने कहा, हम रोजगार की बात करते हैं, तो बीजेपी राष्ट्रवाद ले आती है। ये हमें राष्ट्रवाद सिखाएंगे। मैं पूछता हूं, एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का नाम बताएं, जो उनके साथ जुड़ा हो, वे कांग्रेस को राष्ट्रवाद पढ़ाएंगे। बीजेपी के लोग 70 सालों की बात करते हैं। पूछते हैं कि 70 साल में कांग्रेस ने क्या किया। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि जिस स्कूल में मोदी, शिवराज पढ़े हैं, वो स्कूल भी कांग्रेस ने बनवाए हैं। आप लोग गांवों में जाइए, आपको सिर झुकाने की जरूरत नहीं है। छाती ठोक कर कहिएगा कि 15 महीने में हमने यह किया और बीजेपी की पोल खोलिएगा।भाषण के दौरान टोकने से कांतिलाल भूरिया नाराज
सम्मेलन में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया अपनी स्पीच दे रहे थे। उनके बाद कमलनाथ का भाषण होना था । भूरिया के लंबे भाषण को देख उनके पास पर्ची भेजी गई। इससे वे नाराज हो गए। भूरिया ने कहा- पर्ची आ गई है। किसी को पर्ची नहीं भेजी, मुझे भेज दी। ये हालात हैं, क्या करो, बोलना ही बंद कर दें। आम गरीबों की बात को हमको पहुंचाना तो पड़ेगा। मंच संचालक से भूरिया ने कहा कि पर्ची मत भेजा करो। बहुत सारी बातें कहनी थीं, लेकिन अब मुझे नहीं कहना, सुनना है।
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