
थनरा चौकी इलाके में फोरलेन की टोल कंपनी और पुलिस की लापरवाही से दो जिंदा जले, कोहरे से डिवाइडर पर आड़े चढ़े ट्रक को नहीं हटवाया तो उसी ट्रक में जा घुसी बारूद से भरी वाहन, विस्फोट के साथ लगी आग, जिंदा जल गया स्टाफ
करैरा। इन दिनों कोहरे की वजह से सड़क हादसे बढ़ गए हैं। संभलकर चलना आवश्यक हो गया हैं। हो सके तो दिन में चलिए वो भी तब जब कोहरा न हो। आज शिवपुरी जिले के करैरा इलाके में थनरा चौकी इलाके में फोरलेन टोल कंपनी और पुलिस की लापरवाही से एक बड़ा हादसा हो गया। दो लोग जिंदा जल गए जबकि बारूद से भरे जिस कंटेनर में आग लगी उससे आसपास बस्ती होती तो लेने के देने पड़ जाते। पुलिस दावा कर रही हैं की उसने कंटेनर को रोका था लेकिन वह तेज रफ्तार होकर ट्रक में जा टकराया। लेकिन लोगों ने बताया की पुलिस या टोल कंपनी डिवाइडर पर आड़े में खड़े होने पर हटा देती तो बड़ा हादसा नहीं होता। हालाकि लापरवाही इतनी ही नहीं हैं बल्कि दो के जिंदा जलने पर कंटेनर को तो सड़क से हटा दिया लेकिन गुरुवार शाम चार बजे तक डिवाइडर पर आड़े खड़े ट्रक को नहीं हटाया गया जबकि उक्त इलाके में कोहरा छाने लगा था। शायद पुलिस अन्य हादसे के इंतजार में हैं। बता दें की काली पहाड़ी के पास शिवपुरी झांसी फोरलेन पर कोहरे के चलते एक ट्रक डिवाइडर पर चढ़कर आड़ा हो गया था। दोनो तरफ के लिए दुर्घटना की संभावना थी। लेकिन फोरलेन टोल कंपनी के दस्ते ने और न ही इलाके की पुलिस ने उक्त ट्रक को समय रहते नहीं हटाया। जिसके नतीजे में आज सुबह इस हादसे में एक पिकअप वाहन पहले से डिवाइडर पर आड़े खड़े कंटेनर में जा टकराई। टकराते ही जोरदार धमाका हुआ और आग के शोले भड़क उठे क्योंकि कंटेनर में बारूद भरी थी। इस मिनी कंटेनर का स्टाफ मौके पर ही जिंदा जल गया। पुलिस जब तक दमकल से आग पर काबू पाती दोनों जिंदा जल गए। बारूद से भरा वाहन और ट्रक झांसी से कोटा की ओर जा रहे थे। वाहन के मालिक से फोन पर हुई चर्चा के बाद ड्राइवर की पहचान भोला बंसकार निवासी जौरासी ग्वालियर जबकि दूसरा मृतक भी उसी का रिश्तेदार है। ड्राइवर और क्लीनर के शव को पोस्टमार्टम के लिए पहुंचा दिया है। इधर थनरा चौकी प्रभारी सतीश जयत ने बताया कि उक्त बारूद से भरा वाहन तेज रफ्तार से दौड़ रहा था, वाहन को रोकने का प्रयास भी किया था। कुलमिलाकर फोरलेन को ट्रैफिक के लिहाज से बेहतर रखने की जिमेदार टोल कंपनी हैं। लेकिन शिवपुरी झांसी फोरलेन पर कई जगह सड़क खराब हैं, दोनो तरफ मेंटीनेंस की जरूरत हैं लेकिन टोल कंपनी सिर्फ टोल वसूली में जुटी हैं।

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