शिवपुरी। राज्यमंत्री सुरेश राठखेड़ा के समधी द्वारा क्षत्रिय समाज सहित विभिन्न समाजों के लिए की गई अभद्र टिप्पणी उनकी खुली छूट का नतीजा है इसलिए वह सार्वजनिक रूप से माफी मांगे अन्यथा उग्र परिणाम भोगने के लिए तैयार रहें यह बात अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिला अध्यक्ष एसकेएस चौहान ने समाज की आज आयोजित बैठक के दौरान कही। यह आवश्यक बैठक बैराड़ में नशा मुक्ति कार्यक्रम में राज्य मंत्री सुरेश राठखेड़ा के समधी जगदीश गोबरा द्वारा शराब के नशे में धुत्त होकर की गई गाली गलौज के विरोध में आयोजित की गई।
बैठक में बैराड़ का मुद्दा पूरी तरह से गरमाया रहा ।क्षत्रिय समाज के लोगों का कहना था कि जिस समय उनके रिश्तेदार द्वारा शराब के नशे में धुत्त होकर क्षत्रिय समाज सहित अन्य समाजों के लिए गाली गलौज की भाषा का इस्तेमाल किया गया उस समय राज्य मंत्री सुरेश राठखेड़ा खुद वहां मौजूद थे जिन्हें इसका विरोध करना चाहिए था ।उन्हें तत्काल प्रभाव से इस प्रतिक्रिया को लेकर अपने समधी के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए थी जो नहीं की गई साथ ही साथ थाने में दी जा रही गाली गलौज के बीच पुलिस प्रशासन भी खामोशी का मुद्रा में रहा जिससे सीधा-सीधा स्पष्ट होता है कि मंत्री के रिश्तेदारों को मंत्री का संरक्षण है ।पुलिस प्रशाशन का मौन साधना भी यह साबित करता है कि उनकी सहमति से इस कृत्य को अंजाम दिया गया। क्षत्रिय समाज ने सीधे तौर पर इस घटना के लिए मंत्री को जिम्मेदार ठहराया। बैठक में मौजूद लोगों का कहना था कि राज्य मंत्री सुरेश राठखेड़ा तीन दिवस के भीतर क्षत्रिय समाज सहित अन्य समाजों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगे अन्यथा परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें ।
क्षत्रिय समाज की इस बैठक में और भी कई कड़े निर्णय लिए गए। बैठक में युवाओं में इस घटना के प्रति तीखा आक्रोश था।
विदित रहे कि बीते रोज राज्य मंत्री सुरेश राठखेड़ा के समधी जगदीश गोबरा ने बैराड़ थाने के भीतर नशे में धुत होकर क्षत्रिय समाज सहित अन्य समाज को भद्दी भद्दी गालियां दी साथ ही केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के लिए भी अपशब्द कहे गए और यह सब तब हुआ जब खुद राज्यमंत्री सुरेश राठखेड़ा नशा मुक्ति के इस कार्यक्रम में उपस्थित थे ।इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए जिससे इस घटना के प्रति क्षत्रिय समाज में तीखा रोष व्याप्त हो गया जिसके विरोध में यह बैठक आयोजित की गई।
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