गर्ल्स टॉयलेट जिसकी छत नहीं, सुरक्षा पर सवाल
बच्चों के लिए बने टॉयलेट की हालत भी ठीक नहीं। छत तक नहीं हैं जिससे सुरक्षा पर सवाल हैं। गंदगी भी साफ देखी जा सकती हैं।
दो पूर्व छात्र भी शिक्षा विभाग में पदस्थ
एडवोकेट सुरेश धाकड़ ने कहा की हद तो ये हैं की इसी स्कूल में पढ़कर आज शिक्षा विभाग में नौकरी कर रहे सुरेश शर्मा और राजेश वर्मा ने भी कभी अपने ग्राम के स्कूल की सुध लेना उचित नहीं समझा जिससे अंदाज लगाया जा सकता हैं की जिले के अन्य स्कूलों की हालत कैसी होगी। इस बारे में जब डीईओ समर सिंह राठौर से बात की कोशिश की तो उन्होंने फोन अटेंड नहीं किया।

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