बता दें की कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह के नाम से आईडी बनाकर मेसेज किया की मैं मीटिंग में बिजी हूं । किसी को अर्जेंट पैसे भेजने हैं। जल्दी से भिजवाए। लेकिन जब सामने वाले को शंका हुई की कलेक्टर सर का मोबाइल नंबर नहीं हैं। डीपी पर फोटो और नाम जरूर उनका है। फिर भी इस तरह किसी से रुपए क्यों मांगेंगे। आज के पहले तो इस तरह कभी किसी पर कोई मेसेज उनका नहीं आया तो उन्होंने कलेक्टर सर को जानकारी दी। जिसके बाद कलेक्टर ने जिले का अधिकारियों को अवगत कराया की सभी सावधान रहें। कोई पैसे आदि उनके नाम पर ट्रांसफर नहीं किए जाएं। ये कोई फ्रॉड व्यक्ति है।
बंगाल का हैं कोई नाम
टू कोलर पर पैसे मांगने वाला बेस्ट बंगाल का हैं। rkp gopal dasagram के नाम से नंबर दिखाई दे रहा हैं। हो सकता हैं पड़ोसी राजस्थान का कोई फ्रॉड करने वाला हो।

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