शिवपुरी। बालिकाएं किसी भी समाज के कल्याण, विकास में अहम भूमिका निभाती हैं। ये कहना था जिला कलेक्टर अक्षय कुमार का जो की शक्ती शाली महिला संगठन, महिला बाल विकास, स्वास्थ विभाग एवम ब्रिटानिया न्यूट्रीशन फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से इंद्रा गांधी शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोर्ट रोड शिवपुरी में आयोजित मेगा हैल्थ कैंप सह संवाद प्रोग्राम में बालिकाओं के साथ एक ही लेवल पर बैठकर संवाद में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे उन्होने कहा की एक बालिका जो स्वस्थ वातावरण में बढ़ी होती है, वहीं एक काबिल स्त्री बनती है, जो परिवार, समाज और देश को स्वस्थ रखने की दिशा में अपना योगदान देते हैं। आज लड़कियां लगभग हर क्षेत्र में कार्यरत हैं और अपनी स्थिति को मजबूत कर रही हैं लेकिन आज जो स्वास्थ जांच शिविर लागया एवम दो बच्चियों के बालों को देखा तो बदलती खान पान की शैली एवम फास्ट फूड का अधिक सेवन के साथ साथ कचोरी समोसा मोमोज के अधिक। उपयोग के कारण आज स्कूल की हर 10 में से 7 बालिका एनीमिया से ग्रसित है जो की चिंता जनक है आपको नाश्ता सुबह अवश्य करना चाहिए आज कलेक्टर ने जब 300 बालिकाओं से पूछा तो केवल 10 लड़कियों ने नाश्ता करने की बात कबूली उन्होंने सबसे संकल्प लिया कि हर लड़की प्रतिदिन सुबह नाश्ता जरूर करेगी इसके साथ-साथ अपने शारीरिक मानसिक और व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखेगी अपना स्कूल परिसर अपना घर सब को स्वच्छ रखेंगे। उन्होंने दो छात्राओं को फूल देकर प्रतिदिन नाश्ता करने की नसीहत दी। उन्होंने साथ ही स्कूल के टीचर्स को ये जिम्मेदारी लेने के लिए निर्देशित किया। प्रोग्राम समन्वयक रवि गोयल ने कहा कि बाल विवाह के कारण लड़की शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास से वंचित रह जाती हैं और साथ ही कम उम्र में गर्भवती होने से किशोरी और शिशु दोनों के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। इन सभी का असर देश के विकास पर भी होता है। बालिकाओं के खिलाफ होने वाली इन्हीं कुरीतियों के अंत और किशोरियों को समाज के प्रथम पायदान पर लाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष जनवरी माह में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाते हैं। डीपीओ देवेंद्र सुंदरियाल ने कहा की सरकार कई योजनाएं चला रहे हैं, ताकि बालिकाओं का सर्वांगीण विकास हो सके और बालिकाओं के रहने लायक सुरक्षित समाज बन सके। बालिका दिवस को 24 जनवरी को ही मनाने के पीछे खास वजह है। देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की वजह से ही 24 जनवरी को बालिका दिवस मनाया जाने लगा। डीआईओ डॉक्टर संजय ऋषिस्वर ने कहा की भारत में बालिकाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने व किशोरियों के बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा और करियर के लिए मार्ग बनाने के उद्देश्य से महिलाओं को उनके अधिकारों और महिला सशक्तिकरण के प्रति जागरूक करना है हम स्कूलों के प्रतिदिन आईएफए की गोली हर सप्ताह भेज रहे है इसका उपयोग करे। साथ ही आरबीएसके की टीम से जांच करवा रहे है। विद्यालय के प्रिंसीपल डीके करन ने कहा की भारत में किशोरियों की स्थिति को मजबूत करने और उनको आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार इस दिन को धूम धाम से मनाती है । प्रोग्राम में डॉक्टर देवेन्द्र दांगी ने कहा की किशोरियों को अपने सपने पूरे करने और करियर बनाने का मौका मिला। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए भी सरकार कार्य कर रही है , साथ ही बाल विवाह जैसी कुरीति को खत्म करने की दिशा में जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है। इसके साथ हम विद्यालय में स्वच्छता अभियान भी चला रहे है। जिसको धरातल पर लाने की जिम्मेदारी सबकी है ।आज प्रोग्राम में शिक्षा, खेल कूद, योग, रंगोली प्रतियोगिता के साथ साथ पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली 20 बालिकाओं जिनमे हर्षिता , सोमवती , सुलेखा , प्रियंका, सायना , रौनक , मोहिनी, रजनी, सुहानी, सुखप्रीत कौर , आरजू कुशवाह ,शिवानी , स्नेहा , टीनाकपूर , नैंसी जाटव , रूपम नामदेव , आंचल को कलेक्टर द्वारा उपहार, प्रमाण पत्र एवम पौधा देकर उनका सम्मान किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मां सरस्वती पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन किया गया इसके साथ ही कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि एवं अतिथियों को पौधा देकर उनका स्वागत किया कार्यक्रम में विद्यालय का समस्त स्टाफ, 3 सैकड़ा छात्राएं , शक्ति शाली महिला संगठन की पुरी टीम के साथ-साथ आरबीएसके की टीम के डॉक्टर वर्मा एवं डॉक्टर वैष्णो देवी द्वारा 300 बच्चियों की स्वास्थ्य जांच की एवं उनका बीएमआई निकाला गया इसमें पाया गया कि हर 10 में से 7 बालिकाएं एनीमिया से ग्रसित हैं कलेक्टर अक्षय कुमार द्वारा अंत में छात्राओं को कहां की आप में से जो छात्राएं अपने शारीरिक मानसिक एवं व्यक्तियों स्वच्छता के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगी उनको मेरे साथ चाय पर चर्चा करने का मौका मिलेगा। अंत में आभार प्रदर्शन हरिषिता मित्तल द्वारा किया गया।

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