एक गांव में गया तो बेटी की शादी थी। वह अनाथ थी। लोग बोले- विधायक हैं आप सरकारी सहायता दिलवा दीजिए। मैंने कहा- शादी कब है। वे बोले परसो है। मैं बोला- सरकारी सहायता में तो बरसों लग जाएंगे। इसके बाद दोस्तों की मदद से उस बेटी की शादी की। उसके बाद हमने अपने क्षेत्र की निर्धन बेटियों की शादी का क्रम शुरू किया। सीएम बनते ही सबसे पहले कोई योजना बनाई तो वह योजना थी मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना।
गरीब बहनों के खाते में डाले जाएंगे 12 हजार
रुपए
सीएम शिवराज ने आगे कहा- हमने लाडली लक्ष्मी योजना बनाई। आज मप्र में 44 लाख बेटियां लाडली लक्ष्मी हैं। महाशिवरात्रि आज है। मेरे मन में यह भाव आया है कि हमारी बहनें सशक्त होनी चाहिए। मैंने अपनी बहनों को उपहार देने के लिए मैंने लाडली बहना योजना बनाई है। साल में हमारी बहनों के खाते में 12 हजार रुपए डाले जाएंगे।
सीएम शिवराज ने रामायण का प्रसंग सुनाया
सीएम ने रामायण का एक प्रसंग सुनाते हुए कहा, एक बार माता सीता ने हनुमान जी को अयोध्या की सबसे कीमती माला दी। हनुमान जी ने उस मोती की माला को गौर से देखा और उसे तोड़ दिया। फिर मोतियों को एक-एक कर देखने लगे। सब आश्चर्य में थे। यह देखकर माता सीता ने पूछा- बेटा बजरंग क्या हुआ। हनुमान जी बोले- माता आप भी झूठ बोलती हैं। सीता जी ने कहा- मैंने क्या झूठ बोला। आपने तो कहा- यह अयोध्या की सबसे कीमती माला है। उन्होंने कहा- हां। इस पर हनुमानजी बोले- आप फिर झूठ बोल रही हैं। हनुमान जी बोले- मेरे लिए तो कीमती वह है, जिसमें मेरे राम और माता सीता रहते हों। इस पर दरबार से आवाज आई क्या आप उसी से प्यार करते हो, जिसमें भगवान राम और माता सीता रहती हैं। हनुमान बोले- हां। इस पर वे बोले- शरीर से तो प्यार करते हो, बताओ आपके शरीर में कहां हैं भगवान। इस पर उन्होंने सीना चीरकर दिखा दिया।
कदम कदम पर थी सजावट
सीएम शिवराज सिंह की मोजुदगी में सभी जोड़ों ने एक-दूसरे के गले में वरमाला डाली। सीएम ने मंच से आशीर्वाद दिया। विदाई के समय पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सभी बेटियों को उपहार में गृहस्थी का सामान भेंट किया।
सामूहिक विवाह सम्मेलन को लेकर बागेश्वर धाम को फूलों से सजाया गया था। पंडाल में 121 जोड़ों के लिए अलग-अलग मंडप बनाए गए थे। भीड़ इतनी की धाम में पैर रखने तक की जगह नहीं थी। भीड़ को देखते हुए वर और वधु पक्ष के आने के लिए अलग रास्ता तैयार किया गया था। सुबह 7 बजे से वर-वधु परिवारवालों के साथ खजुराहो होते हुए ग्राम कोंड़े मार्ग से बागेश्वर धाम पहुंचना शुरू हो गए थे। दुल्हन के लिबास में 121 लड़कियां पहले मंडप पर पहुंची। कुछ देर बाद बैंड बाजे के साथ दूल्हों ने भी विवाह स्थल पर कदम रखा।
अलग अलग नाम के तैयार थे मंडप
सभी को पहले से नंबर दे दिए गए थे। ऐसे में सभी अपने-अपने नंबर के अनुसार मंडप में आकर खड़े हो गए। सुबह 10 बजे से विवाह की रस्में शुरू हुईं। मंच पर नेता-अभिनेता, साधु-संत मौजूद थे। दोपहर ढाई बजे के करीब सीएम भी मंच पर पहुंचे। सीएम सभी से मिले और फिर उन्होंने बेटियों को संबोधित किया। इसके बाद सभी अपने-अपने मंडप पर पहुंचे और फिर फेरे लिए। इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ मंच पर एक्टर गोविंद नामदेव और सुमन के साथ ही साधु-संतों ने भी शिकरत की। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के वकील ने सीएम शिवराज से बागेश्वर धाम में कैंसर अस्पताल बनाने के लिए 500 एकड़ जमीन की मांग की। इसके लिए उन्होंने सीएम को एक मांग पत्र भी सौंपा।

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