करैरा। किशोर सशक्तिकरण बाल हिंसा एवं बाल विवाह कार्यक्रम अंतर्गत बाल अधिकार, बाल संरक्षण एवं लिंग विभेद विषय पर महिला बाल विकास विभाग एवम ममता यूनिसेफ की जिला समन्वयक श्रीमती कल्पना द्वारा शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल करही पर एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।प्रशिक्षण में करही संकुल अंतर्गत जन शिक्षा केंद्र करही, दिहायला एवं सीहोर के समस्त प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षण देते हुए यूनिसेफ की समन्वयक श्रीमती कल्पना ने कानून की दृष्टि से बच्चे की परिभाषा को बताया , साथ ही उन्होंने बताया कि की बच्चे अपने अपने विशेष होते हैं अतः उन्हें सुरक्षित और संरक्षित करने के लिए शासन द्वारा कानून बनाए गए हैं । भारत सरकार ने यूएनसीआरसी समझौते पर 1992 में हस्ताक्षर कर समझौते में लिखें 54 अनुच्छेदों के अधिकारों को देने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की ,बच्चों को मिलने वाले अधिकारों को समझौते में 54 अनुच्छेद में लिपिबद्ध किया गया हैं।मुख्य रूप से उन अधिकारों को हम चार भागों में विभाजित कर सकते हैं । जीवन जीने का अधिकार, विकास का अधिकार संरक्षण एवं सुरक्षा के अधिकार, और सहभागिता का अधिकार।उन्होंने सुरक्षित एवं असुरक्षित टच के बारे में भी बताया और कहा विद्यालयों में बच्चों को सुरक्षित और असुरक्षित टच के बारे में भी बताएं,उन्होंने व्यक्ति विशेषकर बच्चों को अपने निजी अंगों के बारे में जानकारी जरूर दें और उन्हें समझाएं की अगर कोई उन्हें टच करता है तो वे तुरंत अपने विश्वासपात्र व्यक्ति से इस विषय में बताएं ।उन्होंने प्रशिक्षण में बताया कि बच्चे को जाने अनजाने में टारगेट ना करें। उन्हें मोटिवेट करें तथा ड्रॉपआउट बच्चों पर भी नजर रखें,उनको विद्यालयों में पुनः प्रवेश कराने की कोशिश करें । नाबालिक बच्चे द्वारा अपराध करने पर उसके पीछे भी कोई ना कोई छिपा कारण हो सकता है जिसको जाना भी जरूरी है इसलिए बच्चों को एवं समाज को जागरूक करने की आवश्यकता है। बच्चों के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 भी बताया, कि बच्चों की समस्या के लिए इस नंबर पर भी संपर्क किया जा सकता है। जिला समन्वयक ममता संस्था श्रीमती कल्पना ने चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 और महिला हेल्पलाइन नंबर181 के विषय में बताया कि किसी बच्चों और महिलाओं से संबंधित किसी भी भी समस्या के लिए उपरोक्त नंबरों पर फोन कर जानकारी दी जा सकते हैं उन्हें शासन की ओर से तत्काल सहायता प्राप्त होगी इस दौरान अनेक शिक्षकों ने बच्चों की अनेक समस्याएं भी बताई, जिसका उन्होंने उचित निराकरण भी बताया। संकुल प्राचार्य आरसी जाटव ने भी बाल अधिकार व उनके संरक्षण के बारे में जानकारी दी। इस प्रशिक्षण में संकुल प्रभारी आरसी जाटव, जन शिक्षक पीडी कोली करही,बालेंद्र तिवारी सीहोर, अवधेश रावत दिहायला सहित समस्त विद्यालयों के प्रधानाध्यापक उपस्थित थे।

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