-रैली निकाली, लगाए नारे, बोले, कर्मचारी लेके रहेंगे पुरानी पेंशन
शिवपुरी।मप्र शिक्षक संघ, न्यू मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन संघ सहित विभिन्न संगठनों द्वारा पुरानी पेंशन की मांग को लेकर लगातार आंदोलन किया जा रहा है। इसी क्रम में रविवार को शिक्षकों सहित विभिन्न कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट पर पुरानी पेंशन की मांग को लेकर धरना दिया। इसके बाद नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट पहुंच कर अपना विरोध दर्ज कराया। कलेक्ट्रेट में नायब तहसीलदार को मप्र के मुख्यमंत्री, मंत्री, सचिव सहित आधा दर्जन लोगों के नाम ज्ञापन सौंपा।
पुरानी पेंशन की मांग को लेकर आक्रोशित कर्मचारियों का कहना था कि इस बार सिर्फ उसे ही वोट दिया जाएगा जो उन्हें पुरानी पेंशन देगा। अगर पेंशन नहीं तो वोट नहीं। इसी के चलते प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने धरना स्थल पर पेंशन नहीं तो वोट नहीं, अबकी बार पेंशन वाली सरकार के नारों के बैनर, तख्तियां रखी हुई थीं।दिन भर कलेक्ट्रेट पर धरना देने के बाद नारेबाजी करते हुए कर्मचारी कलेक्ट्रेट पहुंचे और वहां ‘पेंशन नहीं तो वोट नहीं, अबकी बार पेंशन वाली सरकार’ के नारे लगाए। इसके बाद नायब तहसीलदार आशीष जायसवाल को मुख्यमंत्री, स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री, जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग मप्र, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग, मुख्य सचिव मप्र शासन, प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति के नाम ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर संभागीय उपाध्यक्ष वत्सराज राठौड, संभागीय कोषाध्यक्ष सुशील अग्रवाल, जिला सचिव अनिल गुप्ता, कोषाध्यक्ष पंकज भार्गव, विनोद शुक्ला, नरेश भार्गव, दीपेंद्र शर्मा, गब्बर सिंह व कृष्णराम बंसल,स्नेह रघुवंशी, मनमोहन जाटव, सहित सैकड़ों की संख्या में शिक्षक मौजूद थे।
यह हैं प्रमुख मांगें
-सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल की जाए
-इसके अलावा पुराने शिक्षकों को पदनाम दिया जाए, क्योंकि प्रदेश में हजारों शिक्षक पूरे सेवाकाल में बिना पदोन्नति के प्रतिमाह सेवानिवृत होते जा रहे हैं।
-नवीन शिक्षक सवंर्ग में सम्मिलित गुरूजी, शिक्षाकर्मी, संवदिा शिक्षकों को प्रथम नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता प्रदान करते हुए क्रमोन्नति, समयमान वेतनमान का लाभ प्रदान किया जाए।

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