भोंती। किसी का जीवन बचाने के लिये रक्तदान करना सबसे बड़ा पुण्य होता है। ऐसा ही सराहनीय काम एक जागरूक शिक्षक ने कर दिखाया हैं। उक्त शिक्षक नीरज गुप्ता विवाह समारोह में शामिल होने ओरक्षा गया था, वह ओरछा पहुंचा ही था की तभी शिवपुरी से समाजसेवी शिवम सेठ का फोन आया कि भाई साहब अपने पास के गांव का एक किसान है जो बुजुर्ग है उसको जिला अस्पताल में अर्जेंट रक्त की जरूरत है और उसको रक्त नहीं मिल रहा। मेडिकल कॉलेज में भी रक्त उपलब्ध नहीं है क्या आप रक्तदान करेंगे। इस पर शिक्षक नीरज गुप्ता अपनी गाड़ी से शिवपुरी पहुंचे और समाजसेवी शिवम को साथ लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे और उन्होंने निस्वार्थ भाव से बुजुर्ग अच्छेलाल लोधी के लिए रक्तदान किया। नीरज गुप्ता ने इन डायलिसिस पीड़ित बुजुर्ग के लिए पहले भी तीन-चार बार रक्तदान किया है इससे शरीर में कोई अंतर नहीं आता है वल्कि शरीर को नया ब्लड मिल जाता है। नीरज ने कहा की जिसे भी रक्त की आवश्यकता हो मुझे फोन लगा दीजिए मैं आकर दान करूंगा।

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