शिवपुरी। दुनिया भर में मौतों का प्रमुख कारण कैंसर है। फेफड़े का कैंसर, स्तन कैंसर, पेट का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर आदि कुछ ऐसे सामान्य कैंसर हैं, जिनकी खोज में काफी कुछ दुनिया भर में मौतों का प्रमुख कारण कैंसर है। फेफड़े का कैंसर, स्तन कैंसर, पेट का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर आदि कुछ ऐसे सामान्य कैंसर हैं, जिनकी खोज में काफी कुछ सामने आया है। हौसला और इच्छाशक्ति हो तो कोई मुसीबत आपकी राह नहीं रोक सकती। अपने आसपास की नकारात्मकता को भगाएं। संयमित जीवनशैली अपनाएं और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को भी हराया जा सकता है। यह उदाहरण शिवपुरी निवासी श्रीमति किरण जैन ने पेश किया है। हालांकि इनकी लड़ाई भी कम आसान नहीं थी। जून 2022 में जब मुझे पहली बार स्तन में गांठ होने का पता चला तो मेने तत्काल अपनी बेटी जूली गर्ग को इसके बारे में बताया जांच करने पर मुझे स्तन कैंसर निकला। जब घरवालों को मेरी बीमारी का पता चला तो वह परेशान हो उठे। लेकिन मेरी बेटी श्रीमती जूली गर्ग एवम पति विनोद जैन सबसे बड़ी ताकत बनी। 6 महीने तक मेरे साथ रही। इलाज कराया। जब भी में भोपाल जांच कराने जाती तो वो हमेशा मेरे साथ होती। मुझे हौसला देती की मां आप कैंसर को मात देगी। कीमोथैरेपी के लिए भोपाल लेकर आती थी। मेरे परिचित भी घर आकर हालचाल पूछते हैं। इससे बीमारी का मुकाबला करने में काफी ताकत मिलती रही। मेरा मानना है कि जब आपको को इतने लोग पसंद करने वाले हों और किसी भी चीज की कमी महसूस न होने दें। ऐसे में हार मानकर बीमारी के आगे घुटने टेकना गलत है। अधिक जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक रवि गोयल ने कहा की कैंसर के मरीज को डिप्रेशन का शिकार होने में देर नहीं लगती। ऐसे में इस बीमारी से जंग जीतने के लिए फिजिकल रूप से इलाज (कीमोथेरेपी, मेडिसिन आदि) के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए। इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष में 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। शक्ती शाली महिला संगठन हर बर्ष इस दिन इस बीमारी से जंग जीतने वाली एक बहादुर महिला का सम्मान करता है साथ ही लोगो को जागरूक करने का प्रयास करता है आज संस्था द्वारा शिवपुरी की श्रीमती किरण जैन पति श्री विनोद जैन एवम बेटी जूली गर्ग के सहयोग एवम कभी हिम्मत नही हारना की दम पर मेने इस जंग को जीता साथ ही इस जंग में केंसर के मेरे डॉक्टर विजय भार्गव ने मेरा बहुत सहयोग एवम इलाज किया । डॉक्टर और दवाईयां तो अपना काम कर ही रहे रही थी साथ ही मेने कुछ आध्यात्मिक से जुड़ कर एवम अपनी डाइट के जरिए भी केंसर से जंग में लाभ प्राप्त किया। सम्मान सह जागरूकता प्रोग्राम में किरण जैन ने कहा की मुझे अपने बाल बहुत पसंद थे, लेकिन कीमोथैरेपी के कारण बालों को नुकसान पहुंच रहा था। एक दिन इलाज के लिए अपने सिर के सारे बाल कटवा दिए।
उस दिन के बाद कैंसर के इलाज में जो भी प्रक्रिया चली, मैंने हार नहीं मानी आज उसी का नतीजा है कि मैं अपना जीवन खुशी से जी रही हूं कैंसर की जंग में दवाओं के साथ लें अध्यात्म का सहारा कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसका नाम सुनकर ही लोग जीने की इच्छा छोड़ देते हैं या इस बीमारी की जंग में अपनी हिम्मत हार बैठते हैं।
कैंसर का असर जितना व्यक्ति के शरीर को कमजोर बनाता है उससे ज्यादा उसे मानसिक रूप से भी कमजोर बना देता है। आज के समय में दुनियाभर में लाखों लोग कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से ग्रसित हैं। कैंसर ऐसी बीमारी है, जिसका नाम सुनकर ही लोग मन में डर बन जाता है, हम बीमारी की जंग में अपनी हिम्मत हार बैठते हैं। कैंसर का असर जितना व्यक्ति के शरीर को कमजोर बनाता है उससे कहीं ज्यादा उसे मानसिक रूप से भी कमजोर बना देता है। विनोद जैन ने कहा की कैंसर की जंग में सकारात्मक सोच व्यक्ति का सबसे बड़ा हथियार हो सकता है। पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी युवराज सिंह हों या कई बॉलीवुड सितारे, सबने अपनी सकारात्मक सोच के जरिए ही कैंसर पर विजय हासिल की है। सकारात्मक सोच वाले शरीर पर ही दवाइयां अपना असर दिखती हैं। इसलिए कभी भी व्यक्ति को हताश नहीं होना चाहिए। प्रोग्राम में केंसर से जंग जीती किरण जैन, उनकी बेटी जूली गर्ग, पति विनोद जैन के साठ शक्ती शाली महिला संगठन की पूरी टीम ने भाग लिया।
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