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कोतवाली पुलिस को आवेदन देकर कपिल चौरसिया ने की कूट रचित तरीके से स्वर्गीय पिता के बैंक खाते से राशि निकालने वालों को दंडित करने की मांग

रविवार, 19 फ़रवरी 2023

/ by Vipin Shukla Mama
शिवपुरी। कपिल चौरसिया पुत्र श्री स्व. हरभजन चौरसिया निवासी वीनेगा ने कोतवाली में एक आवेदन देकर कूट रचित तरीके से स्वर्गीय पिता के बैंक खाते से राशि निकालने वालों को दंडित करने की मांग की हैं। मामला पारिवारिक हैं देखना होगा पुलिस इस मामले में क्या कारवाई करती हैं। कपिल ने प्रेस को जारी बयान के साथ जो शिकायती पत्र दिया उसकी कॉपी सौंपी हैं, देखिए क्या लिखा हैं उस पत्र में.......
श्रीमान थाना प्रभारी महोदय जिला शिवपुरी म०प्र०
विषय - कूट रचित तरीके से मेरे स्वर्गीय पिता के बैंक खाते से राशि निकालने वालों को दंडित करने बाबत्।
महोदय,
उपरोक्त विषय में उल्लेख है कि मेरे आदरणीय स्वर्गीय पिता हरभजन चौरसिया आयु 75 वर्ष के एसबीआई खाता नंबर 30013486413 IFSC CODE- SBIN00003215 से दिनांक 13-12-2022 से लेकर 07-02-2023 तक किसी ने कूट रचित तरीके से 99500रु निकाल लिए हैं। मेरे पिता की मृत्यु 02-02-2023 को हो चुकी थी। किंतु उनकी मृत्यु के 5 दिन बाद 07-02- 2023 को एटीएम द्वारा 29500 रुपए निकालने का गंभीर आर्थिक अपराध करके बैंक और कानून को धोखा दिया। उल्लेख है कि मेरे पिता 12-12-2022 को सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। शिवपुरी से ग्वालियर रेफर माधव ट्रामा सेंटर कर दिया था। वहां उनका इलाज गहन चिकित्सा सेंटर में चल रहा था। वह चेतना खोकर पूर्णत असक्त हो चुके थे। मेरी मां श्रीमती आदेश और उनकी पुत्री प्रतिभा चौरसिया ने मानवीय आधार पर भी उनकी कोई सुध नहीं ली। पत्नी और पुत्री होने का कोई धर्म नहीं निभाया। उनके इलाज में 1रू भी खर्च किया नहीं किया। ना उन्हें स्वास्थ्य लाभ देने के लिए मेरे पिता के घर प्रदर्शनी कॉलोनी शिवपुरी लेकर गए। नतिजन उनकी सेवा मैंने अपने निवास सोलर प्लांट के पास रेंजर साहब फार्म हाउस पंचवैया मंदिर के पीछे ग्राम विनेगा में की। मेरे आवास पर ही उन्होंने 02-02-2023 को अंतिम सांस ली। रिश्तेदारों की सहमति से फार्म हाउस पर अंतिम संस्कार अनुष्ठान संपन्न भी किया। मगर हैरत मानवीय नारीत्व और पत्नी धर्म का पालन करने उनकी धर्मपत्नी श्रीमती आदेश चौरसिया और पुत्री प्रतिभा चौरसिया अंतिम दर्शन करने तक नहीं आई। जबकि परिजन, समाज जनों ने उन्हें अंतिम दर्शन और अंतिम क्रिया में शामिल होने के लिए मनाया। सामाजिक धार्मिक नैतिक दुष्परिणामों से अवगत करते हुए मनाया। वे नहीं मानी। मेरे पिता ने अपने जीवन भर की चल-अचल कमाई अपनी पत्नी आदेश और पुत्री प्रतिभा पर स्वाहा कर दी। चल अचल संपत्ति और बैंक एफडी 34951889017-156895रू 3566213207 73865रू और 39140070864- 113764/- भी साजिश के तहत अपने नाम परकर वाली एसबीआई बैंक के खाता नंबर 30013486413 मैं मेरे पिता ने मुझे नॉमिनी नामित किया था। उपरोक्त खाते में मैं के लिए मेरे पिता ने मुझे नामित किया था बाद में जांच करने पर पता चला कि प्रतिभा चौरसिया ने साजिश रच कूटरचित तरीके से खुद को नॉमीनी कर लिया। उपरोक्त तीनों एफडी में पता नहीं किन परिस्थितियों में मेरे पिता को गुमराहा करके खुद को नॉमीनी करवाकर बैंक परिजनों परिवार को धोखा दिया।
अतः निवेदन है कि मेरे पिता असहाय अचेतन अशक्त अवस्था में उनकी मृत्यु से पूर्व और उनकी मृत्यु के बाद उनके खाते से कूट रचित तरीके से छल कपट धोखाधड़ी करके राशि निकालने का गंभीर आर्थिक अपराध करने का और न्याय कानून नियमों को चुनौती देने वालों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की कृपा करें।
दिनांक- 18-2-23
भवदीय
कपिल चौरसिया
पुत्र श्री स्व. हरभजन चौरसिया निवासी- रेंजर सहाब फार्म हाउस पंचवैया मंदिर के पीछे सोलर प्लांट के पास ग्राम विनेगा, जिला शिवपुरी म०प्र०

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